ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर से एक चिंताजनक खबर सामने आई है, जहाँ हनुक्का उत्सव का चिन्ह लगी एक कार को आग के हवाले कर दिया गया। यह घटना सिडनी के बॉन्डी बीच पर हुए दुखद गोलीबारी कांड के कुछ ही दिनों बाद हुई है, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था।
यह घटना गुरुवार की सुबह मेलबर्न के एक उपनगरीय इलाके में तब हुई जब ‘हैप्पी हनुक्का’ लिखा हुआ एक बैनर कार की छत पर लगा हुआ था और कार एक घर के बाहर खड़ी थी। इस आगजनी की घटना ने यहूदी समुदाय के बीच भय और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है।
अधिकारियों ने अभी तक इस मामले में किसी भी धार्मिक या आतंकी संबंध की पुष्टि नहीं की है। हालांकि, यहूदी समुदाय के नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और कहा है कि ऑस्ट्रेलिया में यहूदी-विरोधी भावनाएं (antisemitism) लगातार बढ़ रही हैं, जो समुदाय की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बन गई हैं।
ऑस्ट्रेलियाई यहूदी एसोसिएशन ने इस घटना को ‘यहूदी-विरोधी संकट’ के बढ़ते स्तर का एक और उदाहरण बताया है। उन्होंने एक बयान में कहा कि पिछले दो वर्षों में, सरकारों की ओर से या तो कार्रवाई की कमी या फिर भड़काऊ बयानों के कारण यहूदी-विरोध में वृद्धि हुई है।
यह घटना बॉन्डी बीच पर हुई गोलीबारी की घटना के बाद हुई है, जिसमें 15 लोगों की जान चली गई थी। यह हमला एक यहूदी कार्यक्रम के दौरान हुआ था और इसे ऑस्ट्रेलिया के इतिहास की सबसे घातक सामूहिक गोलीबारी में से एक माना जा रहा है। पुलिस जांच में सामने आया है कि हमलावर पिता-पुत्र थे जिन्होंने इससे पहले भी हथियारों का अभ्यास किया था।
इस बीच, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीस ने घोषणा की है कि सरकार राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार की शुरुआत करेगी। यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाएगा जिन्होंने ऐसे आतंकी हमलों के दौरान असाधारण साहस दिखाया, खासकर उन लोगों को जिन्होंने दूसरों की जान बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाली।
