अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने वेनेज़ुएला के खिलाफ अपनी आक्रामक नीति को और तेज कर दिया है। हाल ही में, अमेरिकी नौसेना ने वेनेज़ुएला की समुद्री सीमा के पास तीन नौकाओं पर हमला कर उन्हें नष्ट कर दिया। यह घटना वेनेज़ुएला के पूर्वी तट पर घटित हुई, जहां मिसाइलों का प्रयोग कर इन नौकाओं को निशाना बनाया गया।
हालांकि अमेरिकी प्रशासन ने इन नौकाओं पर तस्करों के होने का दावा किया है, लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि यह कार्रवाई राष्ट्रपति मादुरो को अस्थिर करने और एक बड़े संघर्ष को भड़काने की रणनीति का हिस्सा है। यह पिछले कुछ दिनों में वेनेज़ुएला पर अमेरिका का दूसरा महत्वपूर्ण सैन्य कदम है। इससे पहले, अमेरिकी विशेष बलों ने एक वेनेज़ुएला के जहाज पर कब्जा किया था।
दिलचस्प बात यह है कि ट्रम्प ने हाल के दिनों में ‘ज़मीनी मार्ग’ का उल्लेख किया है, भले ही दोनों देशों के बीच कोई ज़मीनी सीमा न हो। इस बयान को वेनेज़ुएला में संभावित जमीनी सैन्य हस्तक्षेप की चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है। इस बयान के तुरंत बाद, वेनेज़ुएला के आसपास अमेरिकी सैन्य उपस्थिति बढ़ाई गई और फिर नौकाओं पर हमला हुआ।
ट्रम्प की विदेश नीति में विरोधियों को उकसाना और फिर सैन्य टकराव की ओर बढ़ना एक आम पैटर्न रहा है। पहले भी वे उत्तर कोरिया को परमाणु धमकी दे चुके हैं, ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगा चुके हैं, चीन के साथ व्यापार युद्ध छेड़ चुके हैं और रूस पर प्रतिबंध लगाए हैं।
वेनेज़ुएला की वर्तमान स्थिति ईरान के समान है, जहाँ राष्ट्रपति मादुरो के पास ट्रम्प की उन्नत सैन्य शक्ति का सामना करने के सीमित साधन हैं। यदि मादुरो इस हमले का कड़ा जवाब देने का प्रयास करते हैं, तो यह एक बड़े सैन्य संघर्ष का कारण बन सकता है, जिसे ट्रम्प भुनाने की फिराक में हो सकते हैं।
