प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जॉर्डन के अपने दौरे के दौरान वहां के शाह, किंग अब्दुल्ला द्वितीय से मुलाकात की। अम्मान के हुसैनीया पैलेस में हुई इस अहम बैठक में दोनों नेताओं ने आतंकवाद, चरमपंथ और क्षेत्र में शांति व स्थिरता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। प्रधानमंत्री मोदी ने विशेष रूप से किंग अब्दुल्ला द्वितीय के आतंकवाद और कट्टरता के खिलाफ अपनाए गए कड़े रुख की प्रशंसा की, जिसे उन्होंने पूरी मानवता के लिए एक मजबूत और रणनीतिक संदेश बताया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जॉर्डन ने गाजा की स्थिति पर हमेशा से ही एक सक्रिय और सकारात्मक भूमिका निभाई है, और क्षेत्र में शांति की उम्मीद जताई। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत और जॉर्डन के साझा दृष्टिकोण पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “आपके नेतृत्व में, जॉर्डन ने आतंकवाद, चरमपंथ और कट्टरता के विरुद्ध एक शक्तिशाली एवं दिशासूचक संदेश दिया है, जो पूरे विश्व के लिए प्रेरणादायक है।”
यह यात्रा जॉर्डन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने के उद्देश्य से हो रही है। जॉर्डन, तीन देशों की यात्रा का पहला पड़ाव है। प्रधानमंत्री मोदी ने यात्रा से पहले कहा था कि उनकी जॉर्डन यात्रा दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूती देगी।
किंग अब्दुल्ला द्वितीय के साथ चर्चा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने आपसी सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने 2018 में किंग अब्दुल्ला द्वितीय की भारत यात्रा का स्मरण करते हुए कहा कि उस दौरान उन्होंने इस्लामिक विरासत पर एक सम्मेलन में भाग लिया था। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि 2015 में संयुक्त राष्ट्र में उनकी पहली मुलाकात हिंसक अतिवाद का मुकाबला करने पर केंद्रित थी, जहाँ किंग अब्दुल्ला द्वितीय ने अपने प्रभावशाली वक्तव्य दिए थे। मोदी ने कहा, “आपका संयम और सहिष्णुता को बढ़ावा देने का प्रयास न केवल इस क्षेत्र की शांति के लिए, बल्कि वैश्विक शांति के लिए भी अमूल्य है। हम मिलकर इस दिशा में और अधिक ठोस कदम उठाएंगे और हमारे सहयोग के सभी पहलुओं को और अधिक सुदृढ़ करेंगे।”
किंग अब्दुल्ला द्वितीय ने भारत के साथ संबंधों के उज्ज्वल भविष्य की आशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की यात्रा के दौरान होने वाले समझौतों और एमओयू से दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ेगा और नए अवसरों का सृजन होगा। उन्होंने जॉर्डन-इंडिया बिजनेस फोरम को द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने और निवेश के नए अवसर तलाशने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बताया। उन्होंने पीएम मोदी का जॉर्डन में गर्मजोशी से स्वागत करते हुए कहा, “मुझे विश्वास है कि यह मंच हमारे आपसी व्यापार को गति देगा, निवेश को आकर्षित करेगा और दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करेगा। आपकी यात्रा से हमारे दोनों राष्ट्रों के बीच एक बेहतर भविष्य का मार्ग प्रशस्त होगा।”
