सिडनी के प्रसिद्ध बॉन्डी बीच पर हुए भीषण आतंकी हमले के बाद से ऑस्ट्रेलिया में हड़कंप मचा हुआ है। इस हमले में 16 लोगों की दुखद मौत हो गई है। जांच के दौरान एक चौंकाने वाली बात सामने आई है – हमलावरों से जुड़ी एक कार में से इस्लामिक स्टेट (ISIS) का झंडा मिला है। इस खुलासे के बाद से सुरक्षा एजेंसियों ने मामले की गंभीरता को और बढ़ा दिया है और पता लगाया जा रहा है कि क्या इस हमले के तार वैश्विक आतंकी समूहों से जुड़े हैं।
न्यू साउथ वेल्स पुलिस कमिश्नर माले लैनियन ने ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ मिलकर सोमवार को एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में इस हमले की गहन जांच चल रही है। लैनियन ने इस सवाल पर सीधा जवाब देने से बचा कि क्या हमलावरों के चरमपंथी विचार थे, यह कहते हुए कि जांच पूरी होने के बाद ही वह विस्तृत जानकारी सार्वजनिक कर पाएंगे।
उन्होंने कहा, “हाल ही में हमें काफी जानकारी मिली है। मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि यह पूरी तरह से सटीक हो।” उन्होंने आगे जोड़ा, “यह सब हमारी जांच का हिस्सा है। मैं फिलहाल इस बारे में और कुछ नहीं कह सकता। हम निश्चित रूप से इस हमले के पीछे के मकसद की जांच करेंगे, जो कि बहुत महत्वपूर्ण है। हमारी जांच पूरी तरह से निष्पक्ष और विस्तृत होगी, और हम आपको जल्द ही और जानकारी देंगे।”
एक संदिग्ध के पास था लाइसेंसी हथियार
पुलिस कमिश्नर ने यह भी खुलासा किया कि हमला करने वाले पिता-पुत्र थे। 50 वर्षीय पिता, जिसे पुलिस ने कार्रवाई के दौरान मार गिराया था, उसके पास हथियारों का लाइसेंस था और उसके नाम पर छह बंदूकें पंजीकृत थीं। लैनियन ने इस जघन्य हमले की कड़ी निंदा की और इसे ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों के लिए एक चुनौतीपूर्ण क्षण बताया। उन्होंने हमले में जान गंवाने वाले सभी लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।
रविवार को हनुक्का समारोह को निशाना बनाकर किए गए इस हमले में अब तक 16 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जिसमें एक 10 साल का बच्चा भी शामिल है। हालांकि, चिंता यह है कि कई घायलों की हालत गंभीर होने के कारण मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
पुलिस कमिश्नर ने कहा, “यह समय समुदाय के लिए एक साथ आकर दुख व्यक्त करने और उबरने का है। न्यू साउथ वेल्स पुलिस हमेशा की तरह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेगी, जो अपराधों को रोकना और उनकी जांच करना है। हम (यहूदी) समुदाय के साथ खड़े हैं और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करेंगे।”
