भारत को दहलाने वाले खूंखार हमलों का सूत्रधार, जैश-ए-मोहम्मद का मुखिया मसूद अजहर, जो आज भी पाकिस्तान के ISI की गोद में बैठा है, अपने अतीत के एक काले सच को स्वीकार करके कांप उठा है। जम्मू की कोट भलवाल जेल का वह दौर, जब उसे जंजीरों में जकड़कर बेरहमी से पीटा गया था, आज भी उसके जेहन में एक खौफनाक सपना बनकर घूमता है। उस वक्त वह एक ‘अजेय’ आतंकी नहीं, बल्कि माफी की भीख मांगता हुआ एक लाचार इंसान था।
**जेल से भागने की गुप्त योजना का खुलासा**
मसूद अजहर ने हाल ही में खुलासा किया है कि उसने जेल से भागने के लिए एक गुप्त सुरंग खोदने की कोशिश की थी। उच्च सुरक्षा वाली कोट भलवाल जेल के नीचे, कई हफ्तों तक चोरी-छिपे सुरंग को खोदा जा रहा था। आजादी की उम्मीद करीब थी, लेकिन भारतीय एजेंसियों की सतर्कता ने उसकी सारी योजना पर पानी फेर दिया।
**पलायन से कुछ घंटे पहले हुआ खुलासा**
जिस दिन अजहर और उसके साथी सुरंग के रास्ते जेल से निकलने वाले थे, ठीक उसी दिन भारतीय खुफिया विभाग को इस गुप्त रास्ते का पता चल गया। यह खुलासा होते ही उसकी जान बचाने की सारी कोशिशें नाकाम हो गईं।
**क्रूर यातनाएं और मानसिक प्रताड़ना**
जेल तोड़ने की कोशिश की नाकामयाबी के बाद, अजहर और उसके साथियों को भयानक सजाएं भुगतनी पड़ीं। अजहर ने बताया कि उन्हें न तो खाना दिया गया और न ही शौचालय जाने की इजाजत मिली। यह सब उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से तोड़ने के लिए किया जा रहा था। उसने यह भी बताया कि पूछताछ के दौरान एक “बहुत ही निर्दयी” अधिकारी ने उसे बांधकर बुरी तरह पीटा और अपमानित किया। इस खौफनाक अनुभव का डर आज भी उसे सताता है।
**आतंकी बनने तक का सफर**
मसूद अजहर 1994 में एक फर्जी पुर्तगाली पासपोर्ट के साथ भारत आया था, जिसका मकसद कश्मीर में आतंकवाद फैलाना और युवाओं को आतंकी गतिविधियों के लिए तैयार करना था। उसे उसी साल पकड़ा गया था। पांच साल जेल में बिताने के दौरान, उसने भागने की कई कोशिशें कीं, जिसमें सुरंग खोदना भी शामिल था।
दिसंबर 1999 में, इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट IC-814 के अपहरण के बाद, भारत सरकार को 166 बंधकों की जान बचाने के लिए मसूद अजहर सहित तीन आतंकवादियों को छोड़ना पड़ा। रिहाई के तुरंत बाद, उसने जैश-ए-मोहम्मद का गठन किया, जो भारत में कई बड़े आतंकी हमलों, जैसे 2001 संसद हमला और 2019 पुलवामा हमले, के लिए जिम्मेदार है।
आज भी मसूद अजहर पाकिस्तान की सरकार की छत्रछाया में छिपा हुआ है और भारत के लिए एक बड़ा खतरा बना हुआ है।
