अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमाली मूल की अमेरिकी कांग्रेस सदस्य इलहान उमर पर तीखा हमला बोला है। एक कैबिनेट बैठक के दौरान, ट्रंप ने सोमाली प्रवासियों को “कचरा” कहा और उनमें से कई को “वापस घर” भेजने की बात कही। उन्होंने उमर का नाम लेकर कहा, “इलहान उमर कचरा है। उसके दोस्त भी कचरा हैं।” ट्रंप के इस बयान से कि सोमाली अमेरिकी “योगदान नहीं करते,” काफी हंगामा मचा हुआ है।
**इलहान उमर का परिचय**
इलहान उमर का जन्म 1982 में सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में हुआ था। गृहयुद्ध के कारण वह अपने परिवार के साथ शरणार्थी के तौर पर अमेरिका आईं। केन्या में एक शरणार्थी शिविर में कुछ साल गुजारने के बाद, 1990 के दशक में उनका परिवार मिनियापोलिस, अमेरिका में बस गया। 2019 में, इलहान उमर ने इतिहास रचा, जब वह अमेरिकी कांग्रेस के लिए चुनी जाने वाली पहली सोमाली-अमेरिकी महिला बनीं। वह कांग्रेस में सेवा देने वाली पहली दो मुस्लिम महिलाओं में से एक भी हैं। वह मिनेसोटा के 5वें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट से सांसद हैं, जिसमें मिनियापोलिस शहर और आसपास के क्षेत्र शामिल हैं।
अमेरिकी सदन में आने से पहले, उन्होंने मिनेसोटा की राज्य विधायिका में दो साल काम किया। इसके अलावा, उन्होंने सामुदायिक शिक्षक, नीति सलाहकार और विभिन्न सामाजिक मुद्दों, खासकर प्रवासी और अल्पसंख्यक समुदायों के अधिकारों के लिए आवाज उठाई। कांग्रेस सदस्य के रूप में, इलहान उमर छात्र ऋण माफी, न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने, आव्रजन सुधार, सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा और नागरिक अधिकारों जैसे कई प्रगतिशील मुद्दों की प्रबल समर्थक रही हैं।
**विवादों का घेरा**
राष्ट्रपति ट्रंप की टिप्पणियों के बाद, इलहान उमर से जुड़े कुछ पुराने विवाद फिर से चर्चा में आ गए हैं। विशेष रूप से, 2009 में अहमद नूर सईद एमी के साथ उनकी शादी को लेकर सवाल उठाए गए हैं। कुछ मीडिया रिपोर्टों में यह भी दावा किया गया कि एमी उनके भाई थे, और इस तरह उन्होंने धोखाधड़ी से अमेरिकी नागरिकता हासिल की। इन दावों के चलते, खासकर ट्रंप समर्थकों की ओर से, उमर की नागरिकता रद्द करने और उन्हें निर्वासित करने की मांगें जोर पकड़ रही हैं।
हालांकि, यह समझना महत्वपूर्ण है कि अमेरिकी अधिकारियों, जिनमें एफबीआई भी शामिल है, और सदन की नैतिकता समितियों द्वारा की गई जांचों में ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं, जो उन पर कोई कानूनी कार्रवाई शुरू करने के लिए पर्याप्त हों। वर्तमान में, इलहान उमर के खिलाफ कोई आपराधिक आरोप नहीं है।
**भारत के साथ संबंध**
इलहान उमर अपने कश्मीर रुख को लेकर भारत में भी चर्चाओं में रही हैं। अप्रैल 2022 में, उन्होंने पाकिस्तान की यात्रा की और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) का दौरा किया। उन्होंने वहां के नेताओं से मुलाकात की और नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास के इलाकों का भी दौरा किया। अपनी यात्रा के बाद, उन्होंने अमेरिकी मीडिया को बताया कि कश्मीर में कथित मानवाधिकार उल्लंघनों पर अमेरिका को अधिक ध्यान देना चाहिए। भारत सरकार ने उनकी इस यात्रा की कड़ी निंदा की और इसे भारत की संप्रभुता का उल्लंघन बताया।
अपनी पाकिस्तान यात्रा के अलावा, इलहान उमर ने अमेरिकी कांग्रेस में ऐसे कई प्रस्तावों का समर्थन किया है जो भारत के मानवाधिकारों और धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति की आलोचना करते हैं। इस कारण वह उन अमेरिकी सांसदों में शामिल हो गई हैं जो भारत के आंतरिक मामलों पर खुलकर बोलते हैं।
**क्या इलहान उमर को निर्वासित किया जा सकता है?**
अमेरिकी आप्रवासन कानूनों के तहत, प्राकृतिक नागरिकता प्राप्त व्यक्तियों से नागरिकता वापस ली जा सकती है और उन्हें निर्वासित भी किया जा सकता है। लेकिन इसके लिए यह साबित करना आवश्यक है कि उन्होंने नागरिकता प्राप्त करते समय जानबूझकर महत्वपूर्ण जानकारी छिपाई, गलतबयानी की या धोखाधड़ी की। यह सब “स्पष्ट, असंदिग्ध और निर्णायक” सबूतों के आधार पर होना चाहिए।
चूंकि किसी भी अमेरिकी अदालत ने इलहान उमर को इस तरह के किसी भी कदाचार का दोषी नहीं पाया है, और पिछली सरकारी जांचों में भी उन्हें क्लीन चिट मिली है, इसलिए उनके निर्वासन की मांगें कानूनी रूप से मजबूत आधार नहीं रखती हैं।
इसके अतिरिक्त, यह ध्यान देने योग्य है कि कांग्रेस के एक मौजूदा सदस्य की नागरिकता छीनना एक अत्यंत जटिल संवैधानिक और राजनीतिक मामला होगा। यही कारण है कि इन निर्वासन की मांगों को अक्सर राजनीतिक मंशा से प्रेरित बताकर खारिज कर दिया जाता है।
