ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में एक हृदयविदारक सड़क दुर्घटना हुई है, जिसमें 33 वर्षीय भारतीय मूल की एक गर्भवती महिला और उसके अजन्मे बच्चे की मौत हो गई। महिला, समनवता धारेस्वर, अपने पति और तीन साल के बेटे के साथ उस समय सड़क पार कर रही थीं, जब एक बीएमडब्ल्यू कार ने पीछे से एक अन्य वाहन को टक्कर मार दी, जिसने बाद में महिला को अपनी चपेट में ले लिया।
यह घटना शुक्रवार रात लगभग 8 बजे हॉर्न्सबी के जॉर्ज स्ट्रीट पर घटित हुई। खबरों के अनुसार, एक किआ कार्निवल कार एक पार्किंग स्थल के नज़दीक धीमी गति से चल रही थी ताकि समनवता धारेस्वर और उनका परिवार सड़क पार कर सके। तभी, एक बीएमडब्ल्यू कार, जो अत्यधिक तेज रफ़्तार से आ रही थी, ने किआ कार्निवल को पीछे से जोरदार टक्कर मारी। इस टक्कर के प्रभाव से किआ कार आगे बढ़ी और फुटपाथ पार कर रही समनवता धारेस्वर को कुचल दिया।
**गर्भ में पल रहे बच्चे की भी मौत**
दुर्घटना के बाद समनवता धारेस्वर को गंभीर चोटें आईं। उन्हें फौरन वेस्टमेड अस्पताल ले जाया गया, लेकिन दुर्भाग्यवश, डॉक्टर उनकी और गर्भ में पल रहे बच्चे की जान नहीं बचा सके। समनवता अपने बच्चे के जन्म के बस कुछ ही हफ़्ते पहले थीं। इस घटना में उनके पति और बच्चे के घायल होने की कोई जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है।
** किशोर को गिरफ्तार किया गया, नए कानून के तहत कार्रवाई संभव**
बीएमडब्ल्यू कार को 19 वर्षीय आरोन पापाज़ोग्लू चला रहा था, जिसके पास केवल प्रोविजनल ड्राइविंग लाइसेंस था। पुलिस के मुताबिक, बीएमडब्ल्यू और किआ दोनों गाड़ियों के ड्राइवर सुरक्षित थे। आरोन पापाज़ोग्लू को बाद में उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। उस पर खतरनाक ड्राइविंग से मौत, लापरवाही से ड्राइविंग से मौत और भ्रूण को नुकसान पहुंचाने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
संभावना है कि आरोपी पर ‘ज़ोई के कानून’ के तहत भी कार्रवाई हो सकती है, जो 2022 में न्यू साउथ वेल्स में लागू हुआ था। यह कानून विशेष रूप से तब लागू होता है जब लापरवाही या खतरनाक ड्राइविंग के कारण किसी अजन्मे बच्चे की मृत्यु हो जाती है। इस कानून के तहत दोषी पाए जाने पर मुख्य सज़ा के अतिरिक्त तीन साल तक की जेल की सज़ा बढ़ सकती है। सिडनी के भारतीय समुदाय में इस घटना को लेकर गहरा सदमा है, और पुलिस इस मामले की विस्तृत जांच में जुटी हुई है।
