अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) का वाइट हाउस में ज़ोरदार स्वागत किया, जो रक्षा सहयोग, बड़े वित्तीय निवेश और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर केंद्रित था। इस हाई-प्रोफाइल मुलाकात से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण पहलू इस प्रकार हैं:
**रक्षा सौदे और F-35 विमानों पर जोर**
इस मुलाकात का एक मुख्य आकर्षण उन्नत F-35 लड़ाकू विमानों की बिक्री को लेकर ट्रम्प का समर्थन था। उन्होंने स्पष्ट किया कि इज़राइल के लिए क्षेत्रीय सैन्य श्रेष्ठता बनाए रखने की चिंताओं का ध्यान रखा जाएगा। पेंटागन के अधिकारी इस पर विचार कर रहे हैं, लेकिन ट्रम्प ने अपने सकारात्मक रुख को बरकरार रखते हुए कहा कि वे दोनों देशों को अत्याधुनिक तकनीक के हकदार मानते हैं और इज़राइल को इससे कोई आपत्ति नहीं होगी।
इज़राइल ने इस बात का संकेत दिया है कि यदि सऊदी अरब अब्राहम समझौते के तहत अपने संबंध सामान्य करता है, तो वह F-35 की बिक्री पर आपत्ति नहीं करेगा। प्रिंस मोहम्मद ने इस ओर इशारा किया कि दो-राज्यों के समाधान की दिशा में एक स्पष्ट और ठोस रोडमैप होने पर ही सऊदी अरब इस समझौते का हिस्सा बनेगा। उन्होंने कहा, “हम अब्राहम समझौते का हिस्सा बनना चाहते हैं, लेकिन हमें दो-राज्यों के समाधान का स्पष्ट रास्ता भी चाहिए।” इसके अलावा, नागरिक परमाणु सहयोग योजना जैसे अन्य महत्वपूर्ण सुरक्षा समझौतों पर भी प्रगति की उम्मीद है, जिसने इज़राइल में कुछ चिंताएं पैदा की हैं।
**जमाल खशोगी की हत्या का मुद्दा**
पत्रकार जमाल खशोगी की 2018 में हत्या के बाद MBS की यह पहली वाइट हाउस यात्रा थी। भले ही अमेरिकी खुफिया रिपोर्टों ने क्राउन प्रिंस को घटना से जोड़ा हो, राष्ट्रपति ट्रम्प ने इस मुद्दे पर सीधे जवाब देने से परहेज किया। उन्होंने खशोगी को “विवादास्पद” बताते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं होती रहती हैं और क्राउन प्रिंस इस मामले से अनभिज्ञ थे।
प्रिंस मोहम्मद ने स्वीकार किया कि यह घटना सऊदी अरब के लिए एक दुखद अध्याय थी और उन्होंने आश्वासन दिया कि घटना की जांच की गई है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा, “हमने सभी उचित जांच प्रक्रियाएं पूरी की हैं और अपनी प्रणालियों में सुधार किया है।” ट्रम्प ने सऊदी अरब में मानवाधिकारों, विशेष रूप से महिला अधिकारों के क्षेत्र में किए गए सुधारों की भी सराहना की।
**बड़े वित्तीय निवेश की घोषणा**
सऊदी क्राउन प्रिंस ने संयुक्त राज्य अमेरिका में सऊदी अरब के निवेश को 600 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़ाकर 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर करने की घोषणा की। यह महत्वपूर्ण वित्तीय प्रतिबद्धता आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), बड़े पैमाने पर संयुक्त परियोजनाओं, एयरोस्पेस और अन्य प्रमुख क्षेत्रों में फैलेगी, जो दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का संकेत देती है।
