अमेरिकी सीनेट ने मंगलवार को जेफरी एपस्टीन से जुड़ी सभी फाइलों को सार्वजनिक करने वाले विधेयक को सर्वसम्मति से पारित कर दिया है। यह विधेयक, जिसे प्रतिनिधि सभा का भी समर्थन प्राप्त है, अब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के हस्ताक्षर के लिए भेजा जाएगा। राष्ट्रपति ने पहले ही इस पर मुहर लगाने की घोषणा की है।
इससे पहले, प्रतिनिधि सभा में इस विधेयक के पक्ष में 427-1 का मतदान हुआ, जो इस मुद्दे पर द्विदलीय सहमति को दर्शाता है। सांसदों का मानना है कि जेफरी एपस्टीन के शिकार लोगों के लिए न्याय सुनिश्चित करने और जनता को सच्चाई बताने के लिए इन दस्तावेजों का सार्वजनिक होना बेहद जरूरी है।
कुछ प्रमुख सांसदों ने इस विधेयक के समर्थन में लॉबिंग की, और पीड़ितों ने भी आगे आकर अपनी आपबीती सुनाई, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि फाइलों को जारी करने में और देरी नहीं की जा सकती।
हालांकि राष्ट्रपति ट्रम्प ने इस विधेयक का समर्थन किया है, लेकिन कुछ सदस्यों ने सवाल उठाए हैं कि प्रशासन ने पहले इन दस्तावेजों को सार्वजनिक करने की पहल क्यों नहीं की। उनका कहना है कि राष्ट्रपति के पास इन फाइलों को किसी भी समय जारी करने की शक्ति है, जिसके लिए उन्हें कांग्रेस के फैसले का इंतजार करने की आवश्यकता नहीं थी।
एपस्टीन से जुड़ा मामला अभी भी गरमाया हुआ है। यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब जनता पारदर्शिता की मांग कर रही है और देश का राजनीतिक माहौल भी इन मुद्दों पर केंद्रित है। जेफरी एपस्टीन, एक कुख्यात फाइनेंसर और दोषी यौन अपराधी, ने नाबालिगों के यौन शोषण और तस्करी का एक विशाल जाल फैला रखा था। 2019 में उनकी गिरफ्तारी और जेल में उनकी रहस्यमय मौत के बाद से, उनके संबंधों और कारनामों पर से पर्दा उठाने की लगातार मांग की जा रही है।
