गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर पाकिस्तान की यात्रा पर गई एक भारतीय महिला के रहस्यमय ढंग से गायब होने का मामला अब अंतरराष्ट्रीय जांच का विषय बन गया है। पंजाब की रहने वाली सरबजीत कौर, जो 1932 सिख तीर्थयात्रियों के दल के साथ अटारी सीमा से पाकिस्तान पहुंची थीं, अब लापता हैं। उनका कोई अता-पता नहीं है, जिससे दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया है।
यह मामला तब और भी पेचीदा हो गया जब पाकिस्तान से एक पत्र सामने आया, जिसमें दावा किया गया कि सरबजीत कौर ने न केवल इस्लाम धर्म अपना लिया है, बल्कि एक स्थानीय व्यक्ति से निकाह भी कर लिया है। इस पत्र ने भारतीय अधिकारियों और सरबजीत के परिवार को सकते में डाल दिया है, जो सच्चाई की तलाश कर रहे हैं।
**तीर्थयात्रा बनी अनसुलझी पहेली**
सरबजीत कौर 4 नवंबर को पाकिस्तान के लिए रवाना हुई थीं, लेकिन 13 नवंबर को उनका दल भारत लौटने वाला था, तब वह गायब पाई गईं। उनकी अनुपस्थिति ने एसजीपीसी और अन्य संबंधित निकायों को तुरंत सक्रिय कर दिया। प्रारंभिक जांच में एक महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई: सरबजीत ने अपने आव्रजन फॉर्म पर अपनी राष्ट्रीयता और पासपोर्ट संबंधी विवरण नहीं भरे थे, जो अब संदेह के घेरे में है।
**पाकिस्तान से चौंकाने वाले खुलासे**
वायरल हो रहे पत्र के अनुसार, सरबजीत कौर ने अपना नाम बदलकर नूर हुसैन रख लिया है और शेखूपुरा के एक व्यक्ति, नासिर हुसैन के साथ इस्लामी रीति-रिवाजों के अनुसार निकाह कर लिया है। कहा जा रहा है कि एक स्थानीय मस्जिद ने इस विवाह की पुष्टि करते हुए एक प्रमाण पत्र भी जारी किया है। हालांकि, भारतीय खुफिया एजेंसियों ने इन दावों की सत्यता पर सवाल उठाए हैं और इसे एक बड़ी साजिश का हिस्सा मानने की आशंका जताई है।
**क्या था इंग्लैंड जाने का इरादा?**
कुछ मीडिया रिपोर्टों और सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं के अनुसार, एक और सिद्धांत सामने आया है। बताया जा रहा है कि सरबजीत कौर के पति पिछले दो दशकों से इंग्लैंड में रह रहे हैं। इसी के चलते यह कयास लगाए जा रहे हैं कि सरबजीत ने संभवतः पाकिस्तान के रास्ते अवैध रूप से ‘डंकी रूट’ का इस्तेमाल कर इंग्लैंड पहुंचने की योजना बनाई थी। इस सिद्धांत को इस बात से भी बल मिलता है कि उन्होंने आव्रजन फॉर्म में जानकारी क्यों छुपाई।
**आपराधिक पृष्ठभूमि और पारिवारिक संबंध**
इस मामले की पड़ताल में सरबजीत कौर के अतीत से जुड़े कुछ गंभीर तथ्य भी सामने आए हैं। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, उनके खिलाफ पहले तीन आपराधिक मामले दर्ज थे, हालांकि उन्हें बरी कर दिया गया था। इसके अलावा, उनके दो बेटों के खिलाफ नशीले पदार्थों से जुड़े मामले दर्ज हैं। यह जानकारी जांच एजेंसियों के लिए नए सवाल खड़े कर रही है कि क्या सरबजीत के पाकिस्तान में पहले से कोई संपर्क थे और क्या यह पूरा घटनाक्रम पूर्व नियोजित था।
**जांच जारी, सच्चाई का इंतजार**
फिलहाल, पंजाब पुलिस के डीएसपी धीरेंद्र वर्मा ने स्पष्ट किया है कि धार्मिक रूपांतरण या निकाह की किसी भी खबर की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। दोनों देशों की एजेंसियां सरबजीत कौर का पता लगाने और इस रहस्यमय घटना के पीछे की सच्चाई को उजागर करने के लिए अथक प्रयास कर रही हैं। सवाल अभी भी वही हैं: क्या सरबजीत स्वेच्छा से वहां हैं, या उन्हें किसी दबाव में रखा गया है? यह जबरन धर्मांतरण है, अवैध आप्रवासन का प्रयास, या कुछ और?
