दिल्ली के लाल किला इलाके में हुए विनाशकारी कार विस्फोट ने जहां भारत को स्तब्ध कर दिया है, वहीं दुनिया भर के राजनयिकों ने इस पर गहरी चिंता और दुख व्यक्त किया है। इस हृदय विदारक घटना में आठ लोगों की जान चली गई और अनेक लोग घायल हुए हैं। प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करने वालों में कई देशों के राजदूत और उच्चायुक्त शामिल हैं।
फ्रांस के राजदूत थियरी मैथौ ने एक्स पर लिखा, “लाल किला धमाके में प्रियजनों को खोने वालों के प्रति फ्रांसीसी सरकार और जनता की ओर से मेरी गहरी संवेदनाएं। पीड़ित परिवारों के साथ हमारी दुआएं हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा है।”
इसी क्रम में, जापान के राजदूत ओनो केईची ने ट्वीट करते हुए कहा, “दिल्ली में हुए इस भयावह विस्फोट में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना है।”
मिस्र के दूतावास ने भी एक्स पर अपनी संवेदनाएं साझा कीं, जिसमें कहा गया, “मिस्र की सरकार और जनता की ओर से, हम लाल किला विस्फोट के पीड़ितों के परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं। हमारी प्रार्थनाएं उनके साथ हैं।”
ब्रिटेन की उच्चायुक्त लिंडी कैमरन ने ट्वीट किया, “नई दिल्ली में लाल किले के पास हुए विस्फोट से प्रभावित सभी लोगों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। कृपया स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।”
लिथुआनिया की राजदूत डायना मिकविचिएने ने भी इस घटना पर दुख जताते हुए कहा, “लाल किला, दिल्ली में हुए विस्फोटों की खबर सुनकर अत्यंत दुख हुआ। हम पीड़ितों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना और प्रार्थनाएं भेजते हैं।”
यह दुखद घटना लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास तब हुई जब एक खड़ी कार में अचानक धमाका हो गया। इस विस्फोट में आठ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। धमाके से आसपास के वाहनों में आग लग गई और स्ट्रीट लाइटें भी क्षतिग्रस्त हो गईं। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया, जहाँ उनका इलाज चल रहा है।
सुरक्षा एजेंसियां पूरी मुस्तैदी से काम कर रही हैं। पुलिस, एनआईए और फोरेंसिक टीमों ने घटनास्थल का मुआयना किया और इलाके को सील कर दिया है। सीसीटीवी फुटेज की मदद से घटना के पीछे के कारणों और अपराधियों की तलाश जारी है। इस घटना के मद्देनजर दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और मुंबई जैसे राज्यों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। सार्वजनिक स्थानों और धार्मिक स्थलों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।
