अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यकाल में आप्रवासन नियमों को लेकर कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। जनवरी 2023 में पदभार संभालने के बाद से, लगभग 80,000 गैर-आप्रवासी वीज़ा रद्द किए गए हैं। यह कार्रवाई विभिन्न कारणों से हुई है, जिनमें गंभीर अपराध जैसे नशे में गाड़ी चलाना, मारपीट और चोरी शामिल हैं, साथ ही वीज़ा और आप्रवासन कानूनों के उल्लंघन के मामले भी हैं।
आंकड़ों के अनुसार, कुल रद्द वीज़ा में से 16,000 से अधिक DUI (नशे में गाड़ी चलाना), 12,000 से अधिक मारपीट के मामले, और 8,000 से अधिक चोरी के मामलों से संबंधित थे। ये तीन मुख्य कारण कुल वीज़ा रद्दीकरण का लगभग आधा हिस्सा बनाते हैं। प्रशासन ने वीज़ा आवेदकों के लिए जाँच प्रक्रिया को भी अधिक कठोर बनाया है, जिसमें सोशल मीडिया प्रोफाइल की विस्तृत समीक्षा और गहन पृष्ठभूमि जाँच शामिल है।
इसके अतिरिक्त, विदेश विभाग ने हाल ही में 6,000 से अधिक छात्र वीज़ा उन अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए रद्द किए हैं जिन्होंने वीज़ा की शर्तों का उल्लंघन किया, समय से अधिक अमेरिका में रहे, या ऐसी गतिविधियों में लिप्त पाए गए जो वीज़ा नियमों के विरुद्ध थीं। इन मामलों में से कुछ आतंकवाद के समर्थन से भी जुड़े बताए जा रहे हैं।
यह भी बताया गया है कि हाल ही में कम से कम छह व्यक्तियों के वीज़ा रद्द किए गए, जिन्होंने ऑनलाइन माध्यम से एक राजनीतिक कार्यकर्ता की हत्या को लेकर विवादास्पद टिप्पणियां की थीं।
अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार, अमेरिकी विदेश नीति के प्रति प्रतिकूल रुख रखने वाले या ऐसे कार्यों में शामिल पाए जाने वाले व्यक्तियों के वीज़ा रद्द किए जा सकते हैं। इस नीति के तहत, छात्रों और स्थायी निवासियों को भी फिलिस्तीनी समर्थक रुख अपनाने या इज़राइल की सैन्य कार्रवाइयों की आलोचना करने पर अमेरिका से निर्वासित किए जाने का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि इसे राष्ट्रीय हित के विरुद्ध माना जा सकता है।
प्रशासन का यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने और यह सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है कि वीज़ा धारक अमेरिकी कानूनों और विनियमों का पालन करें।
