अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने हाल ही में अपने विश्वास और पारिवारिक जीवन को लेकर कुछ अहम बातें कहीं, खासकर अपनी हिंदू पत्नी उषा के बारे में। एक कार्यक्रम के दौरान, जब उनसे अंतर-धार्मिक विवाहों की गतिशीलता के बारे में पूछा गया, तो वेंस ने स्वीकार किया कि वे चाहते हैं कि उनकी पत्नी एक दिन ईसाई धर्म अपना लें।
उन्होंने एक रैली में कहा, ‘हाँ, मैं सचमुच चाहता हूं कि वह अंततः उसी चीज़ को महसूस करें, जिससे मुझे प्रेरणा मिली। मैं ईसाई धर्म के संदेश में विश्वास करता हूं और आशा करता हूं कि मेरी पत्नी भी इसे उसी तरह देखेगी। लेकिन अगर वह ऐसा नहीं करतीं, तो भी कोई बात नहीं, क्योंकि ईश्वर ने सभी को स्वतंत्र इच्छा दी है, और यही मेरे लिए मायने रखता है।’
वेंस ने यह भी खुलासा किया कि जब वे पहली बार येल विश्वविद्यालय में अपनी पत्नी से मिले थे, तब वे स्वयं नास्तिक थे और संभवतः उनकी पत्नी भी धर्म को लेकर उतनी गंभीर नहीं थीं। हालांकि, उनकी पत्नी का जन्म एक ऐसे हिंदू परिवार में हुआ था जो धार्मिक रूप से बहुत सक्रिय नहीं था।
जेडी वेंस ने खुद के धार्मिक सफर के बारे में बताया कि वे प्रोटेस्टेंट पृष्ठभूमि से आते हैं, लेकिन हाल के वर्षों में वे कैथोलिक बन गए हैं। उन्होंने interfaith couples के लिए सलाह देते हुए कहा, ‘सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप अपने साथी के साथ खुलकर बात करें। हमने अपने बच्चों के भविष्य को लेकर भी यही किया और उन्हें ईसाई के रूप में पालने का निर्णय लिया।’
इस बयान के बाद उठे विवाद को शांत करने के लिए, वेंस ने X (पूर्व में ट्विटर) पर एक स्पष्टीकरण भी जारी किया। उन्होंने लिखा, ‘कई अंतर-धार्मिक जोड़ों की तरह, मेरी भी यह साधारण सी आशा है कि वह एक दिन मेरे दृष्टिकोण को समझ सकेंगी। चाहे कुछ भी हो, मैं उनसे प्यार और समर्थन जारी रखूंगा और उनके साथ विश्वास, जीवन और अन्य सभी विषयों पर चर्चा करूंगा, क्योंकि वह मेरी पत्नी हैं।’
यह बयान दर्शाता है कि वेंस अपने धार्मिक विश्वासों को महत्व देते हैं, लेकिन साथ ही अपनी पत्नी की व्यक्तिगत स्वतंत्रता और उनके रिश्ते का भी सम्मान करते हैं।
