वॉशिंगटन ने मास्को की उन मांगों को अस्वीकार्य करार देते हुए अगले महीने होने वाली राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और व्लादिमीर पुतिन की बुडापेस्ट शिखर बैठक को रद्द कर दिया है, जिनमें प्रतिबंधों में ढील और क्षेत्रीय दावों की मान्यता शामिल थी। अमेरिकी अधिकारियों ने इन शर्तों को “असंभव” बताते हुए बैठक को स्थगित करने का निर्णय लिया है।
**बैठक की संभावनाओं पर पहले से थे सवाल**
वैश्विक स्तर पर बढ़ते तनाव के बीच, इस प्रस्तावित मुलाकात का उद्देश्य दोनों देशों के बीच संबंधों को सुधारना था। हालांकि, कुछ ही दिनों पहले एक शीर्ष अमेरिकी अधिकारी ने यह कहकर बैठक की निश्चितता पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया था कि “फिलहाल ऐसी कोई योजना नहीं है”।
**ट्रम्प का रुख हुआ सख्त**
सूत्रों के अनुसार, हाल के समय में रूसी राष्ट्रपति पुतिन के प्रति अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प का रवैया बदल गया है। एक समय ट्रम्प को लगता था कि वे पुतिन के साथ व्यक्तिगत संबंधों के बल पर यूक्रेन युद्ध को जल्दी सुलझा लेंगे, लेकिन अब वे पुतिन के “कदमों से” “हताश” महसूस कर रहे हैं।
**नए हथियारों के परीक्षणों से बढ़ा तनाव**
यह बैठक ऐसे समय में रद्द हुई है जब रूस ने अपने नए उन्नत हथियारों, न्यूक्लियर-पावर्ड क्रूज मिसाइल ‘बरेवेस्तनिक’ और ‘पोसाइडन’ अंडरवाटर ड्रोन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। इन हथियारों की क्षमता लंबी दूरी तक परमाणु हमला करने की है। ट्रम्प ने इन परीक्षणों को “गलत” करार देते हुए पुतिन से सैन्य शक्ति प्रदर्शन के बजाय यूक्रेन में शांति स्थापित करने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा था।
**अमेरिका भी करेगा परमाणु परीक्षण की तैयारी**
इसके जवाब में, राष्ट्रपति ट्रम्प ने अमेरिकी सेना को भी परमाणु हथियारों के परीक्षण की तैयारी का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका दुनिया के अन्य देशों की तरह ही यह कदम उठा रहा है और अमेरिका के पास “किसी भी देश से अधिक परमाणु हथियार” हैं, जिसका श्रेय उन्होंने अपने कार्यकाल में हुए आधुनिकीकरण को दिया।
 
									 
					