दक्षिण कोरिया की धरती पर आज एक अभूतपूर्व घटनाक्रम देखने को मिला, जहाँ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने एक-दूसरे से सीधे मुलाकात की। छह लंबे वर्षों के अंतराल के बाद यह दोनों राष्ट्रपतियों के बीच पहली व्यक्तिगत बैठक है, और यह ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के आरम्भ के बाद भी पहली ऐसी भेंट है।
इस महत्वपूर्ण शिखर सम्मेलन का आयोजन ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिका और चीन के बीच व्यापार, नई तकनीक और आवश्यक खनिजों के स्रोतों को लेकर मतभेद गहरे होते जा रहे हैं। सरकारी सूत्रों के अनुसार, इस वार्ता का एजेंडा काफी विस्तृत रहेगा, जिसमें खास तौर पर दुर्लभ पृथ्वी तत्वों (rare earth elements) के खनन पर मंथन होगा, क्योंकि यह खनिज दोनों देशों के आर्थिक और सामरिक भविष्य के लिए अहम हैं।
यह भेंट दोनों प्रमुख वैश्विक आर्थिक शक्तियों के बीच बढ़ रही जटिलताओं को संभालने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में देखी जा रही है, जो लम्बे समय से व्यापारिक और तकनीकी प्रतिस्पर्धा में एक-दूसरे से आगे निकलने की कोशिश कर रहे हैं।
