अमेरिका में सरकारी शटडाउन का प्रकोप हवाई यात्रा पर टूट पड़ा है। सोमवार को 4,000 से अधिक उड़ानें देरी से चलीं और करीब 118 उड़ानों को रद्द कर दिया गया। 27 दिन से जारी इस सरकारी बंद के कारण देशभर के हवाई अड्डों पर अफरातफरी का माहौल है।
इस संकट की जड़ में हवाई अड्डों और एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावरों में कर्मचारियों की भारी कमी है। रविवार को ही, FlightAware के आंकड़ों के अनुसार, 8,700 से अधिक उड़ानें विलंबित हुईं। हालात यह हैं कि करीब 50,000 TSA अधिकारी और 13,000 एयर ट्रैफिक कंट्रोलर बिना तनख्वाह के काम कर रहे हैं। इस वजह से हवाई यातायात प्रबंधन पर अत्यधिक दबाव आ गया है।
FAA ने दक्षिणपूर्व और नेवार्क लिबर्टी इंटरनेशनल एयरपोर्ट जैसे प्रमुख हवाई अड्डों पर स्टाफ की कमी को उड़ानों में देरी का मुख्य कारण बताया है। लॉस एंजिल्स इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर, FAA को उड़ानों को हवा में उड़ने से रोकने के लिए ग्राउंड डिले का सहारा लेना पड़ा, जिसके चलते विमानों को औसतन 25 मिनट तक जमीन पर रुकना पड़ा।
अमेरिकी परिवहन सचिव ने चिंता जताई कि बिना वेतन के काम कर रहे कर्मचारी गहरे तनाव में हैं। उन्होंने बताया कि ये लोग अपने दैनिक खर्चों, जैसे पेट्रोल और बच्चों की देखभाल, को लेकर बेहद चिंतित हैं। यह स्थिति एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स जैसे महत्वपूर्ण कर्मियों के मनोबल पर भारी पड़ रही है।
परिवहन विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक यह सरकारी गतिरोध जारी रहेगा, तब तक यात्रियों को उड़ानों में देरी और रद्दीकरण का सामना करना पड़ सकता है। एयरलाइंस कंपनियों ने यात्रियों से अपनी उड़ानों की समय-सारणी की लगातार जांच करते रहने की सलाह दी है। विशेषज्ञों के अनुसार, भले ही शटडाउन खत्म हो जाए, लेकिन कर्मचारियों की कमी और सिस्टम में आई बाधाओं को दूर करने में काफी समय लग सकता है।
