अमेरिका और कनाडा के बीच व्यापारिक तनाव एक बार फिर बढ़ गया है, क्योंकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कनाडा से आने वाले आयात पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। इस अप्रत्याशित कदम का कारण कनाडा सरकार द्वारा पूर्व राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन के एक भाषण का गलत तरीके से उपयोग करते हुए तैयार किया गया विज्ञापन बताया गया है। इस विज्ञापन पर रीगन फाउंडेशन ने भी आपत्ति जताई है, जिसके अनुसार इसे उनकी अनुमति के बिना संपादित किया गया है।
ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को उठाते हुए कनाडा पर “भ्रामक” विज्ञापन के जरिए सच्चाई को छिपाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “उनकी इस बड़ी भूल और शत्रुतापूर्ण रवैये के चलते, मैं कनाडा पर लगने वाले मौजूदा टैरिफ के अतिरिक्त 10% की वृद्धि कर रहा हूँ।” उन्होंने आगे कहा कि कनाडा “रंगे हाथों पकड़ा गया” है क्योंकि उसने रीगन के टैरिफ संबंधी बयानों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने वाला “धोखेबाज विज्ञापन” जारी किया।
रोनाल्ड रीगन प्रेसिडेंशियल फाउंडेशन ने इस बात की पुष्टि की है कि 1987 के रीगन के भाषण के कुछ हिस्सों को उनकी इजाजत के बिना बदला गया था। फाउंडेशन का मानना है कि विज्ञापन में पूर्व राष्ट्रपति की बातों को संदर्भ से हटाकर व्यापार को लेकर उनके संदेश का गलत इस्तेमाल किया गया है। फाउंडेशन ने कहा कि वे इस मामले में “अपने कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं”।
इस सबके बावजूद, कनाडा के प्रधानमंत्री ने कहा है कि उनका देश अमेरिका के साथ व्यापारिक बातचीत फिर से शुरू करने के लिए तैयार है। यह नई टैरिफ बढ़ोतरी ऐसे समय में आई है जब ट्रम्प पहले ही कनाडाई निर्यात पर 25% और ऊर्जा उत्पादों पर 10% शुल्क लगा चुके हैं। कनाडा ने भी जवाबी कार्रवाई में संतरे के रस, मूंगफली के मक्खन, शराब और कपड़ों जैसे अमेरिकी उत्पादों पर 30 बिलियन डॉलर का टैरिफ लगाया था।
यह पूरा विवाद एक विज्ञापन से शुरू हुआ, जो ओंटारियो में प्रसारित हुआ था। इसमें रोनाल्ड रीगन के 1987 के एक भाषण का प्रयोग किया गया था, जिसमें वे उच्च टैरिफ से उत्पन्न होने वाले व्यापार युद्धों और नौकरियों के नुकसान के बारे में चेतावनी दे रहे थे। इस एक मिनट के विज्ञापन को ट्रम्प की टैरिफ नीतियों की आलोचना करने के उद्देश्य से प्रसारित किया गया था। व्हाइट हाउस ने इसे “भ्रामक” और “राजनीतिक” करार दिया था।
