हिमालय की गोद में बसे लद्दाख के सुनसान और स्वच्छ आकाश ने हाल ही में एक असाधारण खगोलीय मेहमान का स्वागत किया। प्रसिद्ध भारतीय खगोलशास्त्री, उर्जे अंगचुक ने धूमकेतु लेमन (Comet Lemmon) की एक बेहद खूबसूरत वीडियो फुटेज जारी की है, जिसने इंटरनेट पर धूम मचा दी है। यह दृश्य रात के आसमान में एक चमकीली हरी पूंछ वाले धूमकेतु का है, जो लद्दाख की शांति को भंग कर रहा है।
भारतीय खगोलीय वेधशाला, हानले में कार्यरत इंजीनियर उर्जे अंगचुक ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के साथ इस वीडियो को साझा किया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे धूमकेतु लेमन, जो कभी एक दूर का खगोलीय पिंड था, अब लद्दाख के शांत वातावरण में मानव निर्मित प्रकाश प्रदूषण के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है।
**धूमकेतु लेमन: एक सौर मंडल यात्री**
धूमकेतु लेमन, जिसकी खोज इस साल 3 जनवरी को माउंट लेमन सर्वे के माध्यम से हुई थी, अब हमारे सौर मंडल के आंतरिक भागों की ओर बढ़ रहा है। नासा के अनुसार, यह खगोलीय पिंड 21 अक्टूबर को पृथ्वी के सबसे करीब से गुजरेगा और फिर 8 नवंबर को सूर्य के करीब पहुंचेगा। जैसे-जैसे यह सूर्य के करीब आ रहा है, यह अधिक चमकदार होता जा रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि धूमकेतु लेमन की चमक नग्न आंखों से भी देखी जा सकती है, जिससे यह एक दुर्लभ खगोलीय घटना बन गई है। अक्टूबर के मध्य तक, इसे मुख्य रूप से सुबह के आकाश में देखा जा सकेगा, और फिर महीने के उत्तरार्ध में यह शाम के आकाश में दिखाई देगा। अनुमान है कि 31 अक्टूबर से 1 नवंबर के बीच, धूमकेतु का परिमाण लगभग 4 हो सकता है, जो इसे इस वर्ष के सबसे उत्कृष्ट खगोलीय प्रदर्शनों में से एक बना देगा।
**दर्शकों की प्रतिक्रिया**
इस मनमोहक वीडियो को देखकर सोशल मीडिया पर लोगों की उत्सुकता और प्रशंसा साफ देखी जा सकती है। कई उपयोगकर्ताओं ने धूमकेतु की सुंदरता पर हैरत जताई और पूछा कि इसे कब तक देखा जा सकेगा। एक यूजर ने लिखा, “यह अद्भुत है! मैं इसे देखने का इंतजार नहीं कर सकता!” वहीं, एक अन्य ने खगोलशास्त्री के प्रयासों की सराहना की।
**हानले: खगोलविदों का स्वर्ग**
हानले, लद्दाख, अपने असाधारण रूप से स्पष्ट और अंधेरे आकाश के कारण खगोलीय अवलोकन के लिए विश्व स्तर पर प्रसिद्ध है। यहाँ प्रकाश प्रदूषण की कमी खगोलविदों को ब्रह्मांड की गहराईयों को देखने का एक अनूठा अवसर प्रदान करती है। उर्जे अंगचुक का यह प्रयास न केवल एक धूमकेतु की सुंदरता को दर्शाता है, बल्कि ब्रह्मांड की विशालता और उसमें छिपे रहस्यों की ओर हमारा ध्यान आकर्षित करता है।
