इज़राइल ने गाजा में अपने सैन्य अभियानों को रोक दिया है और सीज़फायर (युद्धविराम) बहाल कर दिया है। सोमवार से क्षेत्र में मानवीय सहायता की आवाजाही फिर से शुरू होगी। यह निर्णय हमास द्वारा कथित तौर पर युद्धविराम की शर्तों का उल्लंघन करने के बाद लिया गया था, जिसके जवाब में इज़राइल ने पहले सहायता सामग्री भेजने पर रोक लगा दी थी। हमास पर इज़राइली सैनिकों पर गोलीबारी का आरोप था, जिसके बाद IDF ने गाजा में हमास के ठिकानों पर हवाई और तोपखाने से हमले किए।
**IDF का जवाबी हमला और नेतन्याहू का सख्त निर्देश**
रविवार को इज़राइली रक्षा बलों ने गाजा पट्टी में हमास के कई सैन्य लक्ष्यों को निशाना बनाया। IDF ने साफ किया कि यह कार्रवाई सैनिकों पर हुए हमले का सीधा जवाब थी। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक उच्च-स्तरीय सुरक्षा बैठक के बाद सैन्य कमांडरों को युद्धविराम उल्लंघन के किसी भी प्रयास को सख्ती से कुचलने का आदेश दिया है।
**बंधकों के शवों को लेकर जारी गतिरोध**
नेतन्याहू के कार्यालय ने एक बयान जारी कर कहा है कि इज़राइल हमास से 28 मृत बंधकों के शवों को वापस सौंपने की मांग कर रहा है और इस पर कड़ी नजर रखे हुए है। अब तक, हमास ने 13 शव सौंपे हैं, जिनमें से 12 की पहचान इज़राइली बंधकों के तौर पर हुई है। इज़राइल का आरोप है कि एक शव बंधक का नहीं था। हमास ने दावा किया है कि अन्य शवों को खोजने के लिए उन्हें विशेष उपकरणों की आवश्यकता है, लेकिन इज़राइल का मानना है कि हमास वास्तविक संख्या से कम जानकारी दे रहा है।
**हमास ने सीज़फायर के अगले चरण पर की बातचीत**
इसी बीच, हमास ने संकेत दिया है कि वह अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों के साथ युद्धविराम के दूसरे चरण को लेकर बातचीत कर रहा है। हमास के प्रवक्ता हज़ेम कासेम के अनुसार, किसी भी समझौते के लिए आंतरिक राष्ट्रीय समर्थन आवश्यक होगा। उन्होंने यह भी कहा कि हमास अपनी ताकत बढ़ाने के लिए वार्ता कर रहा है, पर विस्तृत जानकारी नहीं दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि युद्ध समाप्त होने पर हमास गाजा के भविष्य के शासन में कोई भूमिका नहीं निभाएगा।