न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने दिवाली के शुभ अवसर पर देशवासियों को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित कीं। उन्होंने इस पर्व को अंधकार पर प्रकाश की विजय, निराशा पर आशा की जीत और बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में स्वीकार किया। प्रधानमंत्री लक्सन ने इस समय को आत्म-निरीक्षण, प्रियजनों से पुनः जुड़ने और समाज में खुशियां तथा सकारात्मकता के प्रसार के लिए महत्वपूर्ण बताया, खासकर वर्तमान वैश्विक परिदृश्य को देखते हुए।
एक मार्मिक वीडियो संदेश में, जो उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किया, पीएम लक्सन ने कहा, “यह प्रकाश पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह हमें सोचने, अपने रिश्तों को मजबूत करने और जीवन में सकारात्मकता लाने के लिए प्रेरित करता है। इस दिवाली पर, मैं आप सभी को और आपके परिवारों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। आने वाला साल आपके लिए समृद्धि भरा हो। दिवाली मुबारक हो।”
यह पावन पर्व, जो आध्यात्मिक रूप से अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है, सोमवार को विश्व स्तर पर धूमधाम से मनाया जा रहा है। यह उत्सव न केवल भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतिबिंब है, बल्कि यह विश्व बंधुत्व और एकता का संदेश भी देता है।
हाल ही में, भारत और न्यूजीलैंड के बीच बढ़ते संबंधों को देखते हुए, बैंक ऑफ न्यूजीलैंड द्वारा वेलिंगटन में एक भव्य दिवाली उत्सव का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में न्यूजीलैंड के विपक्षी नेता क्रिस हिपकिंस, सांसद मेलिसा ली, सांसद प्रियंका राधाकृष्णन, भारत की न्यूजीलैंड में उच्चायुक्त नीता भूषण सहित गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
इससे पहले, क्वीन्सटाउन में ‘भारतीय समाज क्वीन्सटाउन’ (BSQT) द्वारा आयोजित दिवाली उत्सव में न्यूजीलैंड में भारतीय उच्चायुक्त ने शिरकत की थी। न्यूजीलैंड स्थित भारतीय दूतावास ने एक्स पर बताया था कि इस उत्सव में भारत की सांस्कृतिक विविधता की झलक देखने को मिली और इसने ‘प्रकाश के त्योहार’ की भावना को चार चांद लगा दिए। वहीं, न्यूजीलैंड की संसद ‘बीहाइव’ में भी दिवाली का उत्सव मनाया गया, जिसमें प्रधानमंत्री लक्सन स्वयं उपस्थित रहे। दूतावास ने एक्स पर इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री लक्सन की उपस्थिति ने मंत्रियों, सांसदों और सामुदायिक नेताओं के साथ मिलकर भारत-न्यूजीलैंड के मजबूत सांस्कृतिक संबंधों को और प्रगाढ़ किया।