हाल ही में इजरायल और हमास के बीच हुए शांति समझौते के बाद, उत्तरी अमेरिका के कई प्रमुख हवाई अड्डों पर साइबर हमले की घटनाएं सामने आई हैं। कनाडा और अमेरिका के कई एयरपोर्ट के सूचना तंत्र को हैक कर कथित तौर पर फिलिस्तीन के समर्थन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के विरोध में संदेश प्रसारित किए गए।
ब्रिटिश कोलंबिया के केलोना इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हैकर्स ने विज्ञापन डिस्प्ले सिस्टम को अपने नियंत्रण में ले लिया और अनधिकृत सामग्री फैलाई। केलोना आरसीएमपी ने घटना की पुष्टि करते हुए जांच का आदेश दिया है। इसी प्रकार, विक्टोरिया इंटरनेशनल एयरपोर्ट और ओंटारियो के विंडसर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पब्लिक एड्रेस सिस्टम को भी हैक किया गया। संयुक्त राज्य अमेरिका के पेंसिल्वेनिया में स्थित हैरिसबर्ग इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी इस हैकिंग का शिकार हुआ, जहाँ PA सिस्टम से आपत्तिजनक संदेश प्रसारित किए गए।
सोशल मीडिया पर इस घटना के वीडियो और स्क्रीनशॉट तेजी से फैल रहे हैं। वायरल हो रहे संदेशों में ‘फ्री फिलिस्तीन’ का नारा प्रमुखता से देखा गया, जबकि कुछ संदेशों में डोनाल्ड ट्रम्प पर भी निशाना साधा गया।
‘द टाइम्स ऑफ इज़राइल’ की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साइबर हमले के पीछे तुर्की स्थित ‘साइबरइस्लाम’ नामक हैकिंग समूह का हाथ होने का संदेह है। हालांकि, इस समूह ने सीधे तौर पर किसी एयरपोर्ट या विमानन कंपनी को कोई खतरा नहीं जताया है। हैरिसबर्ग एयरपोर्ट के अधिकारियों ने एहतियाती उपाय करते हुए एक उड़ान की जांच की, जिसमें किसी भी सुरक्षा जोखिम का पता नहीं चला और उड़ान अपने निर्धारित समय पर रवाना हुई।