कनाडा में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का आतंक बढ़ता जा रहा है। कॉमेडियन कपिल शर्मा के ‘कैप्स कैफे’ में गोलीबारी की घटना के कुछ ही घंटों के भीतर, गिरोह ने ब्रैंपटन में एक कनाडाई व्यवसायी के रेस्तरां पर गोलियां बरसाईं। इस हमले को ‘सबक सिखाने’ की कार्रवाई बताया गया है।
गोल्डी ढिल्लों, जिसने कपिल शर्मा के कैफे पर हुए हमले की जिम्मेदारी भी ली थी, ने इस नए हमले का दावा करते हुए कहा कि व्यवसायी ने ‘बदसलूकी’ की थी। गिरोह ने धमकी दी है कि यह सिर्फ शुरुआत है और आगे परिणाम और भी गंभीर हो सकते हैं। घटना के बाद, गिरोह ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें हमलावर रात के समय गोलियां चलाते हुए नजर आ रहे हैं।
यह घटना कनाडा में बिश्नोई गिरोह की बढ़ती सक्रियता को दर्शाती है। कनाडाई सरकार द्वारा गिरोह को आतंकवादी संगठन घोषित किए जाने के बावजूद, वे देश भर में हिंसा की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
कपिल शर्मा के कैफे पर हमले की घटना:
इससे पहले, गुरुवार को ही सरे में कपिल शर्मा के ‘कैप्स कैफे’ पर भी गोलीबारी हुई थी। यह जुलाई में खुलने के बाद कैफे पर तीसरा हमला था। सरे पुलिस सेवा (SPS) इस मामले की जांच कर रही है। सुबह जल्दी हुई इस गोलीबारी में कैफे की इमारत को नुकसान पहुंचा था, लेकिन किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
‘कैप्स कैफे’ पहले भी 10 जुलाई और 7 अगस्त को हमलों का शिकार हो चुका है। हालांकि इन घटनाओं के पीछे जबरन वसूली के तार जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है, लेकिन पुलिस अभी जांच कर रही है। इन हमलों से कनाडा में भारतीय गिरोहों की गतिविधियों पर फिर से सवाल खड़े हो गए हैं।