मंगलवार को उत्तरी अमेरिका में चार हवाई अड्डों को एक सुनियोजित साइबर हमले के माध्यम से निशाना बनाया गया। इस हमले में सार्वजनिक डिस्प्ले और घोषणा प्रणालियों का दुरुपयोग करते हुए हैमास के प्रति समर्थन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प व इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ आपत्तिजनक संदेश प्रसारित किए गए।
इस राजनीतिक रूप से उत्तेजक हैकिंग घटनाक्रम ने यात्रियों के बीच चिंता पैदा कर दी है और दोनों देशों में संघीय एजेंसियां इसकी जांच में जुट गई हैं।
**कौन से हवाई अड्डे बने निशाना?**
यह साइबर हमला मुख्यतः छोटे और क्षेत्रीय हवाई अड्डों पर हुआ, जहाँ हमलावरों ने सार्वजनिक घोषणा प्रणालियों तक पहुँचने के लिए तृतीय-पक्ष सॉफ़्टवेयर की सुरक्षा खामियों का फायदा उठाया। जिन हवाई अड्डों पर हमला हुआ, वे इस प्रकार हैं:
* **कनाडा:** ब्रिटिश कोलंबिया स्थित केलोना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा और विक्टोरिया अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, तथा ओंटारियो का विंडसर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा।
* **संयुक्त राज्य अमेरिका:** पेंसिल्वेनिया का हैरिसबर्ग अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा।
हवाई अड्डों पर दिखाई दिए गए और प्रसारित किए गए संदेश बेहद राजनीतिक और विवादास्पद थे:
केलोना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर, जहाँ आमतौर पर उड़ान की जानकारी प्रदर्शित होती है, वहाँ लिखा आया: “इजरायल ने युद्ध खो दिया है, हैमास ने गरिमापूर्ण जीत हासिल की है।”
हैरिसबर्ग अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लाउडस्पीकर से एक महिला की आवाज ने “फ्री फिलिस्तीन” का जाप किया और साथ ही राष्ट्रपति ट्रम्प और पीएम नेतन्याहू के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया। आवाज में “तुर्की हैकर साइबर इस्लाम की करतूत” का भी उल्लेख किया गया।
इसी तरह के हैमास समर्थक संदेश और ट्रम्प विरोधी भावनाएं कनाडा के अन्य प्रभावित हवाई अड्डों पर भी सुनाई और दिखाई दीं।
**हैकिंग का तरीका: थर्ड-पार्टी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल**
हवाई अड्डों के प्रबंधन ने तुरंत प्रभावित सिस्टम को बंद कर दिया और सामान्य कामकाज बहाल करने के प्रयास किए। हवाई अड्डों के अधिकारियों के अनुसार, यह हमला उनके महत्वपूर्ण उड़ान नियंत्रण प्रणालियों को प्रभावित नहीं कर पाया, बल्कि बाहरी सार्वजनिक-सामने वाले सिस्टम में घुसपैठ हुई।
विक्टोरिया अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के एक प्रवक्ता ने पुष्टि की कि हैकर्स ने “थर्ड-पार्टी सॉफ्टवेयर” के माध्यम से प्रवेश पाया था, जिसके बाद हवाई अड्डे ने तत्काल आंतरिक बैकअप सिस्टम का उपयोग शुरू कर दिया। विंडसर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे ने भी एक बयान जारी कर बताया कि इस घुसपैठ का पता एक “क्लाउड-आधारित सॉफ्टवेयर प्रदाता” के माध्यम से चला।
अमेरिकी परिवहन सचिव, सीन डफी ने इस हमले को “पूर्णतः अस्वीकार्य” बताया और कहा कि इसने यात्रियों को “निश्चित रूप से डरा दिया”।
**जांच में जुटीं सरकारी एजेंसियां**
संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा दोनों में कानून प्रवर्तन एजेंसियां और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी इस साइबर हमले की गहन जांच कर रहे हैं।
कनाडा में, रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) तीन कनाडाई हवाई अड्डों पर हुई घटना की जांच कर रही है, जिसमें कनाडाई सेंटर फॉर साइबर सिक्योरिटी भी सहायता कर रहा है। अमेरिका में, फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन और स्थानीय हवाई अड्डा अधिकारी हैरिसबर्ग अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हुई सेंधमारी की जांच में मिलकर काम कर रहे हैं।
यह घटना हाल के दिनों में विमानन क्षेत्र को निशाना बनाने वाले अंतरराष्ट्रीय साइबर हमलों की बढ़ती प्रवृत्ति का एक और उदाहरण है, जो पिछले महीने यूरोप के विभिन्न हवाई अड्डों पर हुई बाधाओं के बाद सामने आई है।