गाजा पट्टी से प्राप्त हैरतअंगेज खबरें बताती हैं कि हमास ने अपने विरोधियों के खिलाफ क्रूरता का सहारा लिया है, जिसमें सार्वजनिक फाँसी की घटनाएँ शामिल हैं। यह सब तब हो रहा है जब संगठन इस क्षेत्र में अपनी सत्ता को मजबूत करने की कोशिश कर रहा है और इजरायल के साथ हुए संघर्ष विराम को लेकर भी अनिश्चितता बनी हुई है। हाल ही में सामने आए वीडियो फुटेज में, हमास के लड़ाकों को आठ नेत्रहीन पुरुषों को सरेआम गोली मारते हुए दिखाया गया है, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता बढ़ा दी है।
**आठ ‘सहयोगियों’ की सरेआम हत्या, दुनिया स्तब्ध**
यह भयावह घटना गाजा शहर के अल सबरा इलाके में हुई बताई जा रही है। हमास का दावा है कि मारे गए लोग इजरायल के लिए काम करते थे और आपराधिक गतिविधियों में शामिल थे। फुटेज में, आठों व्यक्तियों को जमीन पर घुटनों के बल बैठे और आँखों पर पट्टी बांधे हुए देखा जा सकता है, जबकि हमास के निशान वाले लड़ाके उन पर गोलियां चला रहे हैं। भीड़ से ‘अल्लाहू अकबर’ के नारे सुनाई दे रहे थे। मानवाधिकार संगठनों ने तुरंत इस कृत्य की निंदा की है और ऐसे अमानवीय कृत्यों को तुरंत रोकने की मांग की है।
**सत्ता संघर्ष और हमास की कार्रवाई**
इज़राइल की वापसी के बाद से, हमास ने गाजा पर अपना नियंत्रण फिर से स्थापित करने के लिए आक्रामक कदम उठाए हैं। इसमें स्थानीय सशस्त्र गुटों और प्रभावशाली पारिवारिक कुलों के साथ झड़पें शामिल हैं, जिन्होंने पिछली अव्यवस्था का फायदा उठाया था। आरोप हैं कि इन समूहों ने मानवीय सहायता को बाधित किया और गाजा के लोगों की पीड़ा को बढ़ाया। अब, हमास की सुरक्षा इकाइयाँ, जो पहले इजरायली हमलों से कमजोर हो गई थीं, ने इन विरोधी गुटों को निशाना बनाकर व्यवस्था कायम करने की कोशिश की है।
**ट्रम्प की कड़ी चेतावनी: निरस्त्रीकरण नहीं तो बल प्रयोग**
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हमास द्वारा “बहुत बुरे” तत्वों पर की गई कार्रवाई को स्वीकार करते हुए, हमास से निरस्त्र होने का आग्रह किया है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, “वे निरस्त्र होंगे, और यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो हम उन्हें निरस्त्र कर देंगे।” हालांकि, उन्होंने इस संभावित बल प्रयोग के बारे में कोई विशिष्ट विवरण या समय-सीमा नहीं बताई है।
**शांति की राह में बाधाएँ, अनिश्चित भविष्य**
इजरायली बंधकों की रिहाई के साथ ब्रोकर किए गए शांति समझौते पर अब गंभीर सवाल उठ रहे हैं। इज़राइल ने मृत बंधकों के अवशेषों की मांग करते हुए गाजा को दी जाने वाली मानवीय सहायता में कटौती कर दी है। संयुक्त राष्ट्र दोनों पक्षों से युद्धविराम बनाए रखने और मानवीय सहायता सुनिश्चित करने की अपील कर रहा है।
**बढ़ता अस्थिरता का खतरा**
जबकि हमास एक राजनीतिक संक्रमण के दौरान व्यवस्था बनाए रखने की बात कर रहा है, इज़राइल का रुख स्पष्ट है कि वह हमास के पूर्ण विनाश तक युद्ध जारी रखेगा। गाजा में यह सत्ता संघर्ष और की गई सार्वजनिक फाँसियाँ इस क्षेत्र की नाजुक स्थिति को और गंभीर बना रही हैं, जिससे शांति प्रक्रिया के पटरी से उतरने और क्षेत्र में लंबे समय तक अस्थिरता बने रहने का खतरा बढ़ गया है।