यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की इस सप्ताह अमेरिका की यात्रा पर जा रहे हैं, जहाँ वह रूस के साथ चल रहे भीषण युद्ध के मद्देनजर लंबी दूरी की मिसाइलों की खरीद की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे। यह यात्रा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रूस को दी गई उस चेतावनी के एक दिन बाद हो रही है, जिसमें उन्होंने संकेत दिया था कि अमेरिका कीव को लंबी दूरी की टॉmahawk मिसाइलें मुहैया करा सकता है।
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि वह शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति से मिलने की उम्मीद रखते हैं। उनकी बातचीत का मुख्य एजेंडा यूक्रेन की वायु रक्षा क्षमताओं को मजबूत करना और रूस पर लगातार दबाव बनाए रखने के लिए लंबी दूरी की मारक क्षमता हासिल करना होगा।
इसके अतिरिक्त, जेलेंस्की यूरोपीय संघ की विदेश मामलों की उच्च प्रतिनिधि काजा कल्लास के साथ अपनी बैठक में यूक्रेन के ऊर्जा बुनियादी ढांचे, विशेष रूप से बिजली और गैस आपूर्ति लाइनों की सुरक्षा के लिए अमेरिकी सहायता का अनुरोध करेंगे, जो लगातार रूसी हमलों का निशाना बन रहे हैं।
जेलेंस्की और ट्रंप की सफल बातचीत
जेलेंस्की ने रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के साथ हुई फोन पर हुई बातचीत को “बेहद सफल” बताया। इस बातचीत के बाद ही ट्रंप ने रूस को चेतावनी दी कि यदि वह युद्ध समाप्त करने की ओर नहीं बढ़ता है, तो अमेरिका यूक्रेन को लंबी दूरी की टॉmahawk मिसाइलों की आपूर्ति को मंजूरी दे सकता है। इन मिसाइलों की तैनाती से यूक्रेन को रूसी धरती के भीतर गहराई तक सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की रणनीतिक बढ़त मिल सकती है।
रूसी प्रतिक्रिया
अमेरिका द्वारा टॉmahawk मिसाइलों की संभावित आपूर्ति को लेकर रूस ने गहरी चिंता जताई है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पहले ही ऐसे किसी भी कदम को दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों के लिए बेहद हानिकारक बता चुके हैं।
फिलहाल, यूक्रेन के प्रधानमंत्री यूलिया सविरीडेंको के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल पहले से ही अमेरिका में है और प्रारंभिक स्तर की वार्ता कर रहा है। राष्ट्रपति जेलेंस्की के इस प्रतिनिधिमंडल के साथ जुड़ने की उम्मीद है।
सर्दियों से पहले रूसी हमले तेज
इस बीच, सर्दियों के आगमन को देखते हुए रूस ने यूक्रेन के बिजली और गैस से संबंधित महत्वपूर्ण ढाँचों पर अपने हमलों में वृद्धि कर दी है। सोमवार की सुबह ओडेसा और चेर्निहाइव क्षेत्रों में हुए भीषण हमलों में ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया, जिसके परिणामस्वरूप कम से कम एक व्यक्ति की मौत की खबर है।