भारत और जॉर्डन ने द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक प्रगाढ़ बनाने के अपने संकल्प को दोहराया है। हाल ही में जॉर्डन की यात्रा पर गईं भारत की दक्षिण सचिव, नीना मल्होत्रा, ने जॉर्डन के विदेश मंत्रालय में उच्च-स्तरीय अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठकें कीं। इस यात्रा का एक मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आपसी जुड़ाव को बढ़ावा देना था।
बैठक के दौरान, दोनों देशों ने अपने राजनीतिक, आर्थिक, व्यापार, रक्षा, सांस्कृतिक और जन-जन के बीच संबंधों की व्यापक समीक्षा की। सौहार्दपूर्ण चर्चा में यह स्वीकार किया गया कि दोनों देशों के बीच संबंध पारंपरिक रूप से मजबूत और मैत्रीपूर्ण रहे हैं। दोनों पक्षों ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि भविष्य में इन संबंधों को और अधिक मजबूत करने के लिए मिलकर काम किया जाएगा।
क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों, विशेषकर पश्चिम एशिया की वर्तमान स्थिति पर भी विचार-विमर्श किया गया। दोनों पक्षों ने शांतिपूर्ण समाधान के महत्व को रेखांकित करते हुए संवाद और कूटनीति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। वरिष्ठ अधिकारियों ने भविष्य में भी नियमित संपर्क बनाए रखने और अगले वर्ष नई दिल्ली में विदेश कार्यालय परामर्श (Foreign Office Consultations) की अगली बैठक आयोजित करने पर भी सहमति व्यक्त की।
विदेश सचिव ने जॉर्डन स्थित भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय समुदाय, प्रवासी व्यवसायियों, शिक्षाविदों और सांस्कृतिक प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की। उन्होंने दोनों देशों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने में भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना की।
इस यात्रा के दौरान, भारत की दक्षिण सचिव जॉर्डन के पेट्रा क्षेत्र के विकास और पर्यटन प्राधिकरण के मुख्य आयुक्त से भी मिलेंगी। इस मुलाकात का उद्देश्य आगरा और पेट्रा के बीच ‘ट्विनशिप समझौते’ (Twinship Agreement) पर आगे की चर्चा करना होगा। यह यात्रा अप्रैल में अम्मान में हुई विदेश कार्यालय परामर्श का विस्तार है, जिसने दोनों देशों के बीच संबंधों में एक सकारात्मक गति दिखाई है।
अप्रैल में हुई परामर्श बैठकों में, दोनों देशों ने विभिन्न क्षेत्रों में साझेदारी को मजबूत करने पर जोर दिया था। साथ ही, राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए संयुक्त रूप से विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन पर भी सहमति बनी थी। भारत ने जॉर्डन द्वारा जम्मू और कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाद व्यक्त किए गए एकजुटता के लिए आभार व्यक्त किया।