अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी ने पाकिस्तान के उन दावों को सिरे से खारिज कर दिया है जिनमें कहा गया था कि अफगानिस्तान में टीटीपी के सुरक्षित ठिकाने हैं। उन्होंने इस्लामाबाद से अपनी आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था को सुधारने पर ध्यान देने का आग्रह किया।
अफगान विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि पाकिस्तान के आरोप निराधार हैं। मुत्तकी ने जोर देकर कहा कि अफगानिस्तान की धरती पर किसी भी आतंकवादी समूह, विशेषकर टीटीपी, को पनाह नहीं दी जा रही है। उन्होंने कहा, ‘यह हैरान करने वाला है कि पाकिस्तान को केवल हमसे ही समस्या है। हमारे अन्य पड़ोसी देशों के साथ कोई ऐसी शिकायत नहीं है।’
विवादित डूरंड लाइन पर अफगानिस्तान का रुख
मुत्तकी ने दोनों देशों के बीच 2,500 किलोमीटर लंबी डूरंड लाइन सीमा के मुद्दे पर भी बात की। उन्होंने कहा कि यह इलाका अत्यंत दुर्गम है और इसे सैन्य शक्ति से नियंत्रित करना असंभव है। उनके अनुसार, इस सीमा का प्रबंधन केवल आपसी सहयोग और शांतिपूर्ण संवाद से ही संभव है, न कि बंदूक की नोंक पर।
पाकिस्तान को अपनी घरेलू स्थिति सुधारने की सलाह
अफगान विदेश मंत्री ने पाकिस्तान की आंतरिक व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि वे इतने उन्नत हैं, तो उन्हें अपनी सीमाओं के भीतर शांति बनाए रखने में सक्षम होना चाहिए। उन्होंने पूछा, ’40 वर्षों के संघर्ष के बाद जब हमने पूरे देश पर नियंत्रण कर लिया, तो पाकिस्तान अपने ही देश में शांति क्यों नहीं स्थापित कर पा रहा है?’ उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि पाकिस्तान को अपनी ‘घर की स्थिति’ ठीक करनी चाहिए।
भारत के साथ संबंधों का सकारात्मक संकेत
भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को लेकर मुत्तकी ने आशावादी रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध सामान्य हो रहे हैं और अफगानिस्तान में शांति की स्थापना से भारत की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि अफगानिस्तान जल्द ही भारत में नए राजदूत नियुक्त करेगा, जिससे संबंधों को और मजबूती मिलेगी।
अफगान दूतावास के झंडे पर स्पष्टीकरण
नई दिल्ली स्थित अफगान दूतावास में फहराए गए झंडे के मुद्दे पर मुत्तकी ने कहा कि यह वही झंडा है जिसके लिए तालिबान ने संघर्ष किया और विजय प्राप्त की, इसलिए इसे फहराना स्वाभाविक है।
देश में स्थिरता और तालिबान का शासन
मुत्तकी ने अफगानिस्तान की आंतरिक स्थिति को स्थिर बताया और कहा कि 40 वर्षों के युद्ध के बाद, पिछले चार वर्षों में देश में अमन कायम हुआ है। उन्होंने कहा कि देश का प्रबंधन उसी तरह किया जा रहा है जैसा ‘घर का मालिक’ करता है, और वे धीरे-धीरे प्रगति कर रहे हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि देश के सभी दूतावास अब तालिबान के पूर्ण नियंत्रण में हैं, हालांकि पूर्ववर्ती सरकार के कर्मचारी भी कार्यरत हैं।
पाकिस्तान पर सैन्य कार्रवाई की पुष्टि
हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ की गई जवाबी सैन्य कार्रवाई के बारे में मुत्तकी ने पुष्टि की कि अफगान बलों ने सफलतापूर्वक लक्षित हमले किए। उन्होंने बताया कि इस कार्रवाई के दौरान नागरिकों को नुकसान न पहुंचे, इसका विशेष ध्यान रखा गया।
बढ़ते सीमा पार तनाव पर चिंता
हाल के हफ्तों में दोनों देशों के बीच सीमा पार हमलों और एक-दूसरे पर आतंकवादियों को समर्थन देने के आरोपों के चलते तनाव में वृद्धि हुई है। इस स्थिति ने क्षेत्रीय स्थिरता पर चिंताएं बढ़ा दी हैं।