रूस ने उन रिपोर्टों को सिरे से खारिज कर दिया है जिनमें कहा गया था कि वह पाकिस्तान को JF-17 थंडर ब्लॉक-III लड़ाकू विमानों के लिए RD-93MA इंजन की आपूर्ति कर रहा है। सूत्रों के अनुसार, रूस ने इस तरह के किसी भी सौदे की पुष्टि नहीं की है।
रूस ने स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान को इंजन देने की कोई योजना नहीं है। रूस और भारत के बीच होने वाले बड़े समझौतों पर नजर रखने वालों के लिए यह दावा तार्किक नहीं लगता है। रूस के पाकिस्तान के साथ इतने गहरे संबंध नहीं हैं कि भारत को असहज महसूस हो। कुछ लोग रूस और भारत के बीच सहयोग को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, खासकर उच्च स्तरीय बैठकों से ठीक पहले।
यह खबर ऐसे समय में आई है जब रूस के राष्ट्रपति पुतिन दिसंबर में भारत की यात्रा कर सकते हैं। पुतिन ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री मोदी के साथ बातचीत में हमेशा सहजता महसूस होती है।
अमेरिका ने भारत पर रूस से कच्चा तेल खरीदने के कारण 25% का अतिरिक्त टैरिफ लगाया है, जिसके बाद भारत पर 50% का टैरिफ लगाया गया है। पुतिन ने कहा कि भारत किसी के दबाव में नहीं झुकेगा और अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ से होने वाले नुकसान की भरपाई रूस से तेल आयात से हो जाएगी।
कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि रूस पाकिस्तान को चीन निर्मित JF-17 लड़ाकू विमानों के लिए इंजन उपलब्ध करवा रहा है।