अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मलेशिया में आयोजित ASEAN शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इस निर्णय को लेकर मलेशिया में विवाद की स्थिति है, खासकर विपक्षी दलों ने इसका विरोध किया है। यह शिखर सम्मेलन 26 से 28 अक्टूबर तक क्वालालंपुर में आयोजित होगा। मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने ट्रंप को आमंत्रित करने का बचाव करते हुए कहा कि वे इस सम्मेलन का उपयोग फिलिस्तीन के लोगों के प्रति अपनी चिंताओं को व्यक्त करने के लिए करेंगे।
पूर्व प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद और अन्य नेताओं ने ट्रंप को आमंत्रित करने का विरोध किया है, क्योंकि उनका मानना है कि अमेरिका इजराइल का समर्थन करता है और फिलिस्तीनियों के खिलाफ हो रहे अपराधों का समर्थन करता है।
प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने स्पष्ट किया कि मलेशिया फिलिस्तीन के मुद्दे पर मुखर रहा है, लेकिन कूटनीतिक तरीकों का भी उपयोग करता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि मलेशिया एक स्वतंत्र राष्ट्र है और बातचीत महत्वपूर्ण है।
मलेशिया का अमेरिका के साथ मजबूत व्यापारिक संबंध है, जो उसके लिए एक महत्वपूर्ण बाजार है। ASEAN शिखर सम्मेलन में ट्रंप की भागीदारी मलेशिया और ASEAN क्षेत्र के लिए अपनी बात रखने का एक अवसर प्रदान करती है। शिखर सम्मेलन में व्यापार, बुनियादी ढांचे और क्षेत्रीय स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है, जिससे मलेशिया और पूरे क्षेत्र को फायदा होगा।
इस बीच, ऐसी संभावना है कि ट्रंप और भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के बीच एक द्विपक्षीय बैठक हो सकती है, जो दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को और मजबूत कर सकती है।