संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 80वें सत्र में कई देशों के नेताओं ने भाषण दिए, जिनमें से कुछ छोटे देशों के भाषणों ने सबका ध्यान खींचा। इन भाषणों में वैश्विक मुद्दों पर गहराई से चर्चा की गई।
थाईलैंड के विदेश मंत्री ने जलवायु परिवर्तन, यूक्रेन युद्ध और गाजा संकट के प्रभावों पर बात की, साथ ही शांति और महिलाओं की भागीदारी पर जोर दिया।
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने वैश्विक शांति, न्याय और समान अवसर की वकालत करते हुए गाजा में शांति स्थापित करने के लिए अपनी सेना भेजने की पेशकश की।
केन्या के राष्ट्रपति ने गाजा और सूडान में शांति स्थापित करने, IMF और विश्व बैंक में सुधार, UN सुरक्षा परिषद में अफ्रीका के लिए स्थायी सीटों और वैश्विक असमानताओं पर चिंता व्यक्त की।
नाइजीरिया के उपराष्ट्रपति ने सुरक्षा परिषद में नाइजीरिया को स्थायी सीट देने की मांग की और गाजा-फिलिस्तीन मुद्दे पर दो-राष्ट्र समाधान की वकालत की।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने उत्तर कोरिया के साथ तनाव कम करने की बात कही।
कोलंबिया के राष्ट्रपति ने शांति, मानवाधिकार, न्याय और ड्रग तस्करी के खिलाफ अपने देश की नीति पर जोर दिया और फिलिस्तीन में जनसंहार रोकने की अपील की।
इन भाषणों में वैश्विक शांति, सुरक्षा, विकास और मानवाधिकारों जैसे मुद्दों पर जोर दिया गया, साथ ही रूस-यूक्रेन युद्ध, फिलिस्तीन-इजराइल संघर्ष और सूडान की स्थिति पर भी चर्चा की गई।