दोहा में हुए अरब लीग और इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) के संयुक्त सम्मेलन में 55 मुस्लिम देशों ने इजराइल की हालिया कार्रवाई की निंदा की। बैठक में पाकिस्तान, तुर्की, अजरबैजान और सऊदी अरब जैसे देशों ने इजराइल पर हमले का आरोप लगाया और कतर के प्रति एकजुटता दिखाई। लेकिन यूएई और बहरीन ने इस पर ठंडी प्रतिक्रिया दी, जिससे सभी हैरान रह गए। इजराइल ने दोहा में हवाई हमले किए, जिसमें हमास के नेता निशाना बने। इन हमलों में कई लोगों की मौत हुई, जिससे मुस्लिम देशों में गुस्सा भड़क गया। सम्मेलन में, देशों ने इजराइल को चेतावनी दी और कतर का समर्थन किया। पाकिस्तान, तुर्की, सऊदी अरब और मलेशिया ने खुलकर कतर का साथ दिया, जबकि यूएई और बहरीन ने केवल मामूली प्रतिनिधि भेजे। इसका कारण यह है कि इजराइल के साथ अब्राहम समझौते के बाद से उनके संबंध सामान्य हो गए हैं, इसलिए वे इजराइल का विरोध करने से बच रहे हैं। कतर चाहता है कि वह मुस्लिम दुनिया में एक मजबूत नेता बने, लेकिन पड़ोसियों का समर्थन न मिलने से उसकी छवि पर असर पड़ सकता है।
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