ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई ने फिलिस्तीन मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा है कि इजराइली सरकार को फिलिस्तीन में जनमत संग्रह कराने के लिए मनाया जा सकता है. यह बात उन्होंने बगदाद में एक अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले में फिलिस्तीनी रेफरेंडम नामक पुस्तक के विमोचन के अवसर पर कही. किताब में फिलिस्तीनी समस्या के समाधान के लिए जनमत संग्रह कराने का प्रस्ताव है.
किताब में तीन मुख्य बातें हैं: गैर-फिलिस्तीनियों को उनके मूल देशों में वापस भेजना, सभी फिलिस्तीनियों को वोट देने का अधिकार देना, चाहे उनका धर्म कुछ भी हो, और इजराइल को फिलिस्तीनी लोगों के सामने झुकने के लिए मजबूर करना. खामेनेई ने सोशल मीडिया पर लिखा कि फिलिस्तीन के बारे में कोई भी योजना फिलिस्तीनियों की इच्छा के बिना सफल नहीं हो सकती. उन्होंने कहा कि जनमत संग्रह में फिलिस्तीन के सभी लोगों की राय लेनी चाहिए, जिसमें वे भी शामिल हैं जिन्हें उनके घरों से निकाल दिया गया था. खामेनेई ने यह भी कहा कि फिलिस्तीनी लोगों को अपने अधिकारों के लिए राजनीतिक और सैन्य संघर्ष जारी रखना चाहिए. पुस्तक का अरबी अनुवाद भी जारी किया गया है.