मनीषा कोइराला ने नेपाल की राजनीति पर अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि संविधान में राजशाही के लिए भी स्थान होना चाहिए था, उनका मानना था कि संविधान लोगों को न्याय दिलाने में विफल रहा है। मनीषा ने बताया कि वह एक राजनीतिक परिवार से आती हैं और बचपन से ही राजनीति को समझती हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा नेता राजनीति को सही ढंग से नहीं समझते हैं। मनीषा ने नेपाल की संस्कृति और परंपराओं पर भी प्रकाश डाला। उनका कहना था कि नेपाल में परंपरा और आधुनिकता का संतुलन होना चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लोकतंत्र महत्वपूर्ण है, लेकिन यह सच्चा लोकतंत्र होना चाहिए। मनीषा ने उस समय को याद किया जब शाही महल में नरसंहार हुआ था और उस घटना से हुई अपनी पीड़ा व्यक्त की। उनका कहना था कि वह घटना नेपाल के लोगों की भावनाओं को दर्शाती है।
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