लंदन में हाल ही में ‘यूनाइट द किंगडम’ नामक एक बड़ी रैली आयोजित की गई, जिसमें एक लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया। इस रैली का नेतृत्व एंटी-इमिग्रेशन नेता टॉमी रॉबिन्सन ने किया, जो ब्रिटेन में एक प्रमुख दक्षिणपंथी चेहरा हैं। रॉबिन्सन, जिनका असली नाम स्टीवेन क्रिस्टोफर याक्सले-लेनन है, 41 वर्ष के हैं।
रॉबिन्सन का जन्म 1982 में लंदन में हुआ था और उन्होंने 20 वर्ष की उम्र में ब्रिटिश नेशनल पार्टी में कुछ समय बिताया। उनकी शादी 2011 में हुई और उनके तीन बच्चे हैं। रॉबिन्सन इस्लामी कट्टरपंथ और ब्रिटेन में बढ़ रहे प्रवासन को लेकर अपनी चिंता व्यक्त करते रहे हैं।
रॉबिन्सन का आपराधिक रिकॉर्ड भी रहा है, जिसमें हमले, धोखाधड़ी और अदालत की अवमानना जैसे मामले शामिल हैं। 2018 में अदालत के बाहर लाइव वीडियो बनाने के कारण उन्हें जेल भी जाना पड़ा। 2024 में हाईकोर्ट के आदेशों का उल्लंघन करने पर उन्हें 18 महीने की जेल हुई। 2021 में उन्होंने बताया कि उन्होंने जुए में बड़ी रकम गंवा दी थी जो दान के रूप में मिली थी। रॉबिन्सन खुद को एक पत्रकार बताते हैं जो सरकार की गलतियों को उजागर करते हैं।
2009 में, रॉबिन्सन ने इंग्लिश डिफेंस लीग (EDL) की स्थापना की, जो विभिन्न विवादों में शामिल रही। 2013 में, उन्होंने EDL का नेतृत्व छोड़ दिया, लेकिन ऑनलाइन प्रचारक के रूप में सक्रिय रहे। उनका ट्विटर अकाउंट पहले बैन कर दिया गया था, लेकिन एलन मस्क के आने के बाद फिर से चालू हो गया है और उनके लाखों फॉलोअर्स हैं। हालिया रैली में, प्रदर्शनकारियों ने विभिन्न झंडे फहराए और प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के खिलाफ नारे लगाए।