ब्राजील के सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो को तख्तापलट की साजिश के आरोप में दोषी ठहराते हुए 27 साल से अधिक की जेल की सजा सुनाई है। अदालत ने 2022 के चुनावों में हार के बाद राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा की सरकार को गिराने की कथित योजना के लिए उन्हें दोषी पाया।
बोल्सोनारो पर आपराधिक संगठन का नेतृत्व करने का आरोप भी लगा था, जिसका उद्देश्य 2023 की शुरुआत में लूला को पदभार ग्रहण करने से रोकना था। इस साजिश में राष्ट्रपति लूला, उपराष्ट्रपति गेराल्डो अल्कमिन और एलेक्जेंडर डी मोरेस की हत्या की योजना भी शामिल थी। बोल्सोनारो को कुल पांच आरोपों का सामना करना पड़ा, जिनमें तख्तापलट का प्रयास, एक सशस्त्र आपराधिक संगठन का हिस्सा होना, लोकतांत्रिक कानून के शासन को हिंसा से खत्म करने की कोशिश करना, हिंसा में शामिल होना और राज्य की संपत्ति के लिए गंभीर खतरा पैदा करना शामिल था।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस फैसले की आलोचना की है, इसे राजनीतिक बदला करार दिया है और ब्राजील के खिलाफ संभावित व्यापार प्रतिबंधों की चेतावनी दी है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी फैसले पर सवाल उठाया है। बोल्सोनारो पहले ही एक अलग मामले में चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित हैं। अब वह 2030 तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।