तालिबान ने अफगानिस्तान के स्कूलों से 51 विषयों को हटाने का फैसला किया है, जिसे उन्होंने इस्लाम के खिलाफ बताया है। इस फैसले में राष्ट्रीय ध्वज, स्वतंत्रता, राष्ट्रीय एकता, मानवाधिकार, लोकतंत्र, महिला अधिकार, शांति, और अफगानिस्तान का राष्ट्रीय गान जैसे विषय शामिल हैं। इससे पहले, तालिबान ने विश्वविद्यालयों में भी पाठ्यक्रम में बदलाव किए थे। मानवाधिकार समूहों का कहना है कि तालिबान का यह कदम स्कूलों और कॉलेजों पर अपनी विचारधारा थोपने का प्रयास है, जिससे छात्रों की आलोचनात्मक सोच और नागरिक अधिकारों की शिक्षा प्रभावित होगी।
Trending
- शिवम दुबे: हार्दिक पांड्या मेरे भाई की तरह, मोर्ने मोर्कल ने गेंदबाजी में सुधार किया
- स्कोडा की नई रफ्तार रानी: ऑक्टेविया आरएस, जल्द ही भारत में!
- केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और सम्राट चौधरी ने बिहार में विकास सम्मेलन में की शिरकत
- छत्तीसगढ़: गरियाबंद मुठभेड़ में 10 नक्सली ढेर, कमांडर मनोज का खात्मा
- दीपक सक्सेना: मध्य प्रदेश सरकार के जनसंपर्क आयुक्त, छवि सुधारने का लक्ष्य
- भारत-मॉरीशस संबंध: प्रधानमंत्री रामगुलाम की भारत यात्रा और सहयोग
- चार्ली कर्क को श्रद्धांजलि: न्यूयॉर्क यांकीज़ ने शोक व्यक्त किया
- अगस्त 2025: इन गाड़ियों का रहा जलवा, बिक्री में आया बदलाव