इजरायल ने कतर के दोहा में एक हमले में हमास के शीर्ष नेता खलील अल-हय्या को निशाना बनाया। इजरायली अधिकारियों ने बताया कि हमले में अल-हय्या और अन्य प्रमुख हमास नेताओं को निशाना बनाया गया था। हमले में हमास की बातचीत टीम सुरक्षित बच निकलने में सफल रही। अल-हय्या हमास में रणनीतिक और राजनीतिक दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पिछले साल हमास के शीर्ष नेताओं इस्माइल हानिया और याह्या सिनवार की मृत्यु के बाद उनकी जिम्मेदारियां बढ़ गईं। आज, उन्हें हमास का सबसे प्रभावशाली नेता माना जाता है। 1960 में गाजा पट्टी में जन्मे अल-हय्या ने इजरायली हमलों के दौरान अपने परिवार को खोने का दर्द सहा। अल-हय्या 1980 के दशक की शुरुआत में मुस्लिम ब्रदरहुड से जुड़े और बाद में हमास का गठन हुआ। उन्होंने इस्माइल हानिया और याह्या सिनवार के साथ काम किया। अल-हय्या ने कतर में अपनी उपस्थिति स्थापित की और अरब और इस्लामी देशों के साथ हमास के संबंधों को संभाला। ईरान के साथ उनके मजबूत संबंध हैं। उन्होंने 2014 के युद्ध में इजराइल और हमास के बीच सीजफायर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 7 अक्टूबर 2023 के हमले के बाद, अल-हय्या ने बताया कि हमले का मकसद इजरायली सैनिकों को पकड़ना था ताकि फिलिस्तीनी बंदियों को रिहा कराया जा सके। उन्होंने कहा कि हमले ने फिलिस्तीनी मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय एजेंडे पर प्रमुखता से ला दिया।
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