पहले भारत के प्रति सख्त रवैया अपनाने वाले डोनाल्ड ट्रंप ने अब नरम रुख अपनाया है। पूर्व राजनयिक केपी फैबियन के अनुसार, यह बदलाव इसलिए आया है क्योंकि टैरिफ का वांछित प्रभाव नहीं हुआ।
फैबियन ने कहा कि ट्रंप को यह एहसास हुआ कि भारत के साथ उनकी व्यापार रणनीति, जिसमें रूसी तेल पर अतिरिक्त शुल्क शामिल था, उम्मीद के मुताबिक सफल नहीं रही।
ट्रंप ने अमेरिका-भारत संबंधों को ‘अति विशेष’ बताया है और प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपने व्यक्तिगत संबंधों पर प्रकाश डाला है, जिसका पीएम मोदी ने भी जवाब दिया है।
फैबियन के अनुसार, पीएम मोदी ने सौहार्दपूर्ण प्रतिक्रिया दी, लेकिन यह निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी कि ट्रंप टैरिफ जल्द ही समाप्त हो जाएंगे।
फैबियन ने आगे कहा कि ट्रंप को अब यह एहसास हो गया है कि भारत उनकी मांगों को मानेगा, यह धारणा गलत थी।
फैबियन ने कहा कि ट्रंप को यह समझना होगा कि भारत एक संप्रभु राष्ट्र है जो सभी के साथ मैत्रीपूर्ण व्यापार संबंध चाहता है, लेकिन वह किसी के दबाव में नहीं आएगा।”