डोनाल्ड ट्रंप ने रक्षा विभाग का नाम बदलकर ‘युद्ध विभाग’ रखने का आदेश जारी किया है। ट्रंप ने कहा कि यह बदलाव जीत का संदेश देता है और दुनिया की वर्तमान स्थिति के अनुरूप है। हालांकि, पेंटागन का नाम बदलने के लिए उन्हें कांग्रेस की मंजूरी की आवश्यकता होगी, लेकिन वे इसे वैकल्पिक नाम के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।
अमेरिका में पहले ‘युद्ध विभाग’ का इस्तेमाल 150 साल से अधिक समय तक किया गया था, जो द्वितीय विश्व युद्ध तक अस्तित्व में रहा। यह विभाग अमेरिकी सेना, नौसेना और मरीन कॉर्प्स की देखरेख करता था। बाद में इसे राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत रक्षा विभाग में बदल दिया गया, जिसका उद्देश्य भविष्य के युद्धों को रोकना था।
ट्रंप का मानना है कि मौजूदा नाम ‘रक्षात्मक’ है और वह अधिक आक्रामक रुख अपनाना चाहते हैं। उनका यह कदम ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ नीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर अमेरिकी शक्ति का प्रदर्शन करना है। ट्रंप का मानना है कि मौजूदा नाम की वजह से ही अमेरिका कुछ युद्ध हार गया।