ईरान और इज़राइल के बीच संभावित युद्ध को लेकर सवाल उठ रहे हैं क्योंकि दोनों देश परमाणु हथियार बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम को फिर से शुरू कर दिया है, जबकि इज़राइल अपने डिमोना परमाणु केंद्र का विस्तार कर रहा है। इन कदमों से अरब क्षेत्र में परमाणु तबाही का खतरा बढ़ गया है।
इजराइल, ईरान पर हमला करने की तैयारी कर रहा है। ईरान भी पलटवार करने के लिए तैयार है। ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने चिंता जताई है, जिसमें बताया गया है कि ईरान यूरेनियम संवर्धन के करीब पहुंच चुका है। इजराइल भी अपनी परमाणु सुविधाओं का विस्तार कर रहा है।
इजराइल डिमोना में वॉटर रिएक्टर और मिसाइल असेंबली सेंटर बना रहा है, जिससे परमाणु खतरे की आशंका बढ़ गई है। नेतन्याहू ईरान के खिलाफ योजना बना रहे हैं और गाजा को खाली कराने की कोशिश कर रहे हैं। संयुक्त अरब अमीरात सहित कई देश इज़राइल की इन योजनाओं का विरोध कर रहे हैं। ट्रंप ने हमास से बंधकों को रिहा करने की मांग की है। इजराइल, हमास, हिज़्बुल्लाह और हूती को खत्म करना चाहता है। लेबनान में इजराइल की बमबारी फिर से शुरू हो गई है। हूती ने इजराइल पर मिसाइलें दागीं, लेकिन इजराइल ने उन्हें हवा में ही नष्ट कर दिया।