पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन की विजय दिवस परेड पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिसमें उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से अमेरिका को सम्मान न देने पर निराशा जताई। ट्रंप ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि जिनपिंग अपने भाषण में अमेरिका की भूमिका को स्वीकार करेंगे, जिसने चीन की स्वतंत्रता में मदद की थी।
ट्रंप ने कहा कि परेड ‘प्रभावशाली और सुंदर’ थी, लेकिन उन्हें लगा कि यह उनका ध्यान आकर्षित करने के लिए आयोजित की गई थी। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगा कि यह एक सुंदर समारोह था, यह बहुत प्रभावशाली था, लेकिन मैं समझ गया कि वो ऐसा क्यों कर रहे थे। वो उम्मीद कर रहे थे कि मैं देख रहा हूं, और मैं देख रहा था।’ ट्रंप ने कहा कि उनके शी जिनपिंग के साथ अच्छे संबंध हैं।
ट्रंप ने इस बात पर ज़ोर दिया कि अमेरिका ने चीन को स्वतंत्रता दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था और उन्हें उम्मीद थी कि इस बात को स्वीकार किया जाएगा।
चीन ने द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर एक विशाल सैन्य परेड का आयोजन किया, जिसमें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन भी शामिल हुए। परेड में चीन ने अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया। ट्रंप ने इससे पहले आरोप लगाया था कि शी जिनपिंग अमेरिका के खिलाफ साजिश रच रहे हैं, क्योंकि किम जोंग उन और पुतिन परेड में शामिल हुए थे।
ट्रंप ने कहा कि उन्हें चीन को अमेरिकी समर्थन को याद रखना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि ‘वहां होना मेरे लिए उचित नहीं होता’। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कार्यक्रम में शांतिपूर्ण विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया और देश को ‘अजेय’ बताया।