यूक्रेन ने युद्ध में एक महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए AI तकनीक से लैस ड्रोन विकसित किए हैं। ये ड्रोन स्वयं अपने मार्ग का निर्धारण करते हैं, बाधाओं से बचते हैं और हमले करने में सक्षम हैं। इन ड्रोनों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग किया गया है, जिससे वे स्वतंत्र रूप से निर्णय ले सकते हैं।
यूक्रेन AI-संचालित झुंड ड्रोन का उपयोग करने वाला पहला देश बन गया है। ये ड्रोन झुंडों में काम करते हैं, समन्वय स्थापित करते हैं और लक्ष्यों का चयन करते हैं। यह तकनीक प्रकृति में पाए जाने वाले झुंडों से प्रेरित है, जैसे कि पक्षियों के झुंड या मछली के झुंड। स्वॉर्मर नामक एक यूक्रेनी स्टार्टअप ने इन ड्रोनों को डिजाइन किया है, जिनका उपयोग युद्ध में 100 से अधिक बार किया जा चुका है। यूक्रेन ने क्वाडकॉप्टर AI ड्रोन के साथ-साथ AI-संचालित कामिकाजी ड्रोन, जैसे कि पाल्यानित्सा, विकसित किए हैं, जिसकी मारक क्षमता 650 किलोमीटर तक है।