मंगलवार को पाकिस्तान में तीन घातक हमले हुए, जिसके परिणामस्वरूप 22 लोगों की जान चली गई। बलूचिस्तान में एक रैली में हुए आत्मघाती हमले में 11 लोगों की मौत हो गई। क्वेटा के एक स्टेडियम के पार्किंग क्षेत्र में हुए विस्फोट में 40 लोग घायल हो गए, जहां बलूचिस्तान नेशनल पार्टी (BNP) के सदस्य मौजूद थे।
ईरान सीमा के पास एक अन्य हमले में पांच लोगों की जान चली गई, जब एक काफिला एक जिले से गुजर रहा था। इस हमले की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है।
खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक सैन्य अड्डे पर हुए आत्मघाती हमले में छह सैनिक मारे गए। एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटक से लदी गाड़ी से शिविर के गेट को टक्कर मारी। इसके बाद 12 घंटे तक चली गोलीबारी में छह हमलावर मारे गए। इस हमले की जिम्मेदारी इत्तेहाद-उल-मुलजाहिदीन पाकिस्तान ने ली।
रिपोर्टों के अनुसार, इस वर्ष की शुरुआत से अब तक बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में सशस्त्र समूहों द्वारा की गई हिंसा में 430 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें अधिकांश सुरक्षा बल के सदस्य हैं। 2024 में हिंसा में वृद्धि हुई है, जिसमें 782 लोगों की मौत हुई।