अमेरिकी कांग्रेसमैन ब्रायन फिट्ज़पैट्रिक ने दावा किया है कि भारतीय रिफाइनर रूसी तेल के आयात को कम करने की योजना बना रहे हैं, जिसका कारण अमेरिका का लगातार दबाव है। यह बात उन्होंने भारत, पाकिस्तान और नेपाल की उच्च-स्तरीय खुफिया यात्रा के बाद कही। फिट्ज़पैट्रिक ने बताया कि भारत में उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों सहित वरिष्ठ अधिकारियों के साथ रणनीतिक बातचीत की। उन्होंने कहा कि इन वार्ताओं और लगातार राजनयिक प्रयासों के कारण भारतीय रिफाइनरों से संकेत मिले हैं कि वे रूसी तेल का आयात कम कर सकते हैं, जो दोनों देशों के बीच आर्थिक तनाव बढ़ने के बीच हो रहा है। अमेरिका ने भारतीय आयात पर 50 प्रतिशत शुल्क लगाया है, जिसमें रूसी तेल की खरीद पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क भी शामिल है।
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