रविवार देर रात, अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, पाकिस्तान सीमा के निकट पूर्वी अफगानिस्तान में 6.0 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप का केंद्र नंगरहार प्रांत के जलालाबाद के पास 8 किलोमीटर की गहराई पर था। इस शक्तिशाली भूकंप के झटके भारत में, विशेष रूप से दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में, और पाकिस्तान में भी महसूस किए गए।
नंगरहार जन स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता नकीबुल्लाह रहीमी ने बताया कि भूकंप के कारण 15 लोग घायल हुए हैं और उन्हें इलाज के लिए स्थानीय अस्पतालों में ले जाया गया है। इसी प्रांत में लगभग 20 मिनट बाद एक और भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 4.5 थी और गहराई 10 किलोमीटर थी। यह दूसरा भूकंप रविवार को स्थानीय समयानुसार रात 11:47 बजे आया।
पिछले साल 7 अक्टूबर को अफगानिस्तान में 6.3 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसके बाद कई झटके महसूस किए गए थे। तालिबान सरकार ने अनुमान लगाया था कि लगभग 4,000 लोग मारे गए, जबकि संयुक्त राष्ट्र ने मरने वालों की संख्या लगभग 1,500 बताई थी। यह हाल के समय में अफगानिस्तान में आई सबसे घातक प्राकृतिक आपदा थी।
यह पिछले एक महीने में अफगानिस्तान में आया 5वां भूकंप था। यह क्षेत्र भूकंप के प्रति संवेदनशील है, इसलिए यहां अक्सर भूकंप आते रहते हैं। इससे पहले, 27 अगस्त को 5.4 तीव्रता, 17 अगस्त को 4.9 तीव्रता, 13 अगस्त को 4.2 तीव्रता (10 किलोमीटर की गहराई पर) और 8 अगस्त को 4.3 तीव्रता (10 किलोमीटर की गहराई पर) के भूकंप आए थे।
भूकंप की तीव्रता को रिक्टर स्केल से मापा जाता है, जिसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल भी कहा जाता है। रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। इसे भूकंप के केंद्र (एपीसेंटर) से मापा जाता है। यह पैमाने भूकंप के दौरान निकलने वाली ऊर्जा की तीव्रता को मापता है, जिससे भूकंप के झटके की भयावहता का अनुमान लगाया जाता है।