सऊदी अरब के जेद्दाह में इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के विदेश मंत्रियों की बैठक में इजराइल के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया गया। बैठक में 57 सदस्य देशों ने संयुक्त राष्ट्र (UN) में इजराइल की सदस्यता को रद्द करने की मांग की। इन देशों का मानना है कि इजराइल सदस्यता के नियमों का उल्लंघन कर रहा है।
बैठक में गाजा पर इजराइल के सैन्य नियंत्रण और कब्जे की भी निंदा की गई। OIC ने संयुक्त राष्ट्र महासभा और सुरक्षा परिषद से अगले सितंबर में एक विशेष सत्र बुलाने का आग्रह किया।
संगठन ने ‘ग्रेटर इजराइल’ के विचार का भी विरोध किया, जिसे उकसावे वाला और देशों की संप्रभुता पर हमला माना गया। OIC ने कहा कि ऐसे बयान अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन करते हैं, जिससे क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय शांति को खतरा है।
इससे पहले, इजराइल ने गाजा के एक अस्पताल पर हवाई हमला किया था, जिसमें 5 पत्रकारों सहित 20 लोगों की मौत हो गई थी। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने घटना पर दुख व्यक्त किया और माफी मांगी। इजराइली सेना ने भी अपनी गलती स्वीकार की है।
CPJ के मुताबिक, इजराइल-हमास युद्ध में 22 महीनों में 192 पत्रकार मारे गए हैं, जिनमें 189 फिलिस्तीनी थे। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, गाजा में इजराइली हमलों में 1,500 से ज्यादा मेडिकल स्टाफ मारे गए हैं।