अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई तीन घंटे की बैठक के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। यूक्रेन युद्ध पर कोई समझौता नहीं हो पाया, और दोनों नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी जल्दी खत्म कर दी।
**सकारात्मक बातें:**
* **पुतिन की वापसी:** पुतिन एक बार फिर वैश्विक मंच पर दिखे, जो यूक्रेन युद्ध के बाद पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के बाद एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। ट्रंप ने पुतिन का गर्मजोशी से स्वागत किया।
* **ट्रंप का समर्थन:** ट्रंप ने संकेत दिया कि वे पुतिन का समर्थन करने के लिए तैयार हैं, जिससे यूरोपीय देशों के बीच चिंता पैदा हो सकती है।
* **भारत का महत्व:** बैठक भारत के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि ट्रंप ने भारत के रूस से तेल आयात पर सवाल उठाया था। यह ट्रंप की रूस को संदेश देने की रणनीति का हिस्सा हो सकता है।
**नकारात्मक बातें:**
* **युद्ध का जारी रहना:** बैठक के बावजूद युद्ध जारी रहने की संभावना है, जिससे आम लोगों को नुकसान होगा।
* **विश्वास की कमी:** अमेरिका के रूस के प्रति नरम रुख अपनाने से यूरोपीय देशों को चिंता हो सकती है।
* **अमेरिका के लिए संतुलन:** अमेरिका को रूस और यूरोप के बीच संतुलन बनाए रखने में मुश्किल हो सकती है।