अलास्का के एंकोरेज में जल्द ही एक महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है, जहां डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन मिलेंगे। इस मुलाकात पर सबकी निगाहें टिकी हैं, क्योंकि यह रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने में मदद कर सकती है।
ट्रंप, जो खुद को एक कुशल सौदागर मानते हैं, के लिए पुतिन को अपनी शर्तों पर लाना मुश्किल होगा। ट्रंप की पिछली कुछ डीलों में विफलता मिली है। उत्तर कोरिया के साथ परमाणु समझौते को लेकर बातचीत विफल रही, और ईरान के साथ परमाणु समझौते को तोड़ने के बाद कोई नया समझौता नहीं हो सका। ब्राजील के साथ भी उनके रिश्ते बिगड़ गए।
पुतिन की रणनीति ट्रंप से अलग है। वह काम करने में विश्वास करते हैं। उन्होंने उत्तर कोरिया के किम जोंग उन के साथ अच्छे संबंध बनाए हैं और यूक्रेन में युद्ध के लिए उत्तर कोरिया से समर्थन हासिल किया है। ट्रंप की डील्स अक्सर शुरुआत में चर्चा में रहती हैं, लेकिन पुतिन की डील्स लंबे समय तक असर डालती हैं।