अमेरिका ने बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) और उसके सहयोगी मजीद ब्रिगेड को आतंकी संगठन घोषित किया है। यह घटनाक्रम पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर के अमेरिकी दौरे के दौरान हुआ। पाकिस्तान में आतंकवाद की जड़ें गहरी हैं, जहाँ 78 वर्षों में लगभग 80 आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं।
अमेरिका ने टीआरएफ को भी आतंकी संगठनों की सूची में शामिल किया है। कई संगठनों पर पहले से ही प्रतिबंध लगे हुए हैं, लेकिन पाकिस्तान की धरती पर इन संगठनों के नेटवर्क को पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सका है।
कुछ ऐसे संगठन हैं जिन्हें पाकिस्तान सरकार का समर्थन प्राप्त है।
यहाँ कुछ प्रमुख संगठन दिए गए हैं:
* **लश्कर-ए-तैयबा (LeT):** 1990 के दशक में भारत के खिलाफ सक्रिय हुआ। हाफिज मोहम्मद सईद इसका प्रमुख है।
* **जैश-ए-मोहम्मद (JeM):** मसूद अजहर द्वारा स्थापित, जो आत्मघाती हमलों में शामिल है। इसका मुख्यालय बहावलपुर, पंजाब में है और कई प्रशिक्षण शिविर हैं।
* **हक्कानी नेटवर्क:** आईएसआई का एक हिस्सा, जो अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर काम करता है। सिराजुद्दीन हक्कानी इसके नेता हैं।
* **इस्लामिक स्टेट-खुरासान (ISIS-K):** टीटीपी के अलग हुए गुटों से बना, जिसका आधार पूर्वी अफगानिस्तान और पाकिस्तान के आदिवासी इलाके हैं।
पंजाब में सबसे ज्यादा 34 आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं, जिनमें लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अन्य शामिल हैं।
खैबर पख्तूनख्वा में 21 और बलूचिस्तान में 19 आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं। बलूचिस्तान में बीएलए, बीआरए और अन्य संगठन पाकिस्तान सरकार के खिलाफ लड़ रहे हैं।
सिंध, विशेष रूप से कराची, कई आतंकवादी संगठनों का केंद्र बन गया है, जहाँ 13 से अधिक संगठन सक्रिय हैं।