गाजा में इजराइल-हमास जंग के दो साल पूरे होने वाले हैं और स्थिति बदतर होती जा रही है। बमों और भुखमरी से हुई मौतों के साथ-साथ, अब आम बीमारियां भी गाजा में लोगों की जान ले रही हैं। The Lancet की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि गाजा में एंटीबायोटिक दवाओं का असर खत्म हो गया है। इसका मतलब है कि बीमारियां अब इलाज योग्य नहीं रहीं और वे तेजी से फैल रही हैं। Lancet Infectious Diseases जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में बताया गया है कि अक्टूबर 2023 से शुरू हुए युद्ध के बाद पहली बार गाजा में मल्टी-ड्रग-रेजिस्टेंट बैक्टीरिया का प्रकोप देखा गया है। अल-अहली अस्पताल से लिए गए नमूनों में, ज्यादातर उन लोगों के थे जो हवाई हमलों या विस्फोटों में घायल हुए थे। इनमें से कई नमूनों में दवा-प्रतिरोधी बैक्टीरिया पाए गए। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने गाजा में मेडिकल सप्लाई की अनुमति मांगी है, क्योंकि अस्पतालों में दवाइयों की भारी कमी है। शोधकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि अगर युद्ध जारी रहा और अस्पतालों पर हमले होते रहे, तो दवा-प्रतिरोधी बीमारियों का संकट और भी गहरा जाएगा।
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